जेडीयू के महासचिव के. सी. त्यागी ने आईएएनएस से बातचीत में कहा, ‘आज हमारी राष्ट्रीय कार्यकारिणी में 2019 के लोकसभा चुनाव को लेकर रणनीति पर बातचीत हुई। हालांकि कोई औपचारिक प्रस्ताव पारित नहीं हुआ लेकिन इस बात पर आम सहमति बनी कि हम चुनाव में भाजपा के साथ जाना पसंद करेंगे।’
त्यागी ने कहा, ‘इससे मीडिया में जारी अटकलों पर विराम लग जाएगा कि हम बीजेपी से अलग होने जा रहे हैं।’
त्यागी द्वारा मीडिया को बैठक की जानकारी देने के कुछ घंटे बाद बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने ट्वीट के जरिये कहा कि जेडीयू ने अपनी राष्ट्रीय कार्यकारिणी में प्रस्ताव पारित किया है कि वह लोकसभा चुनाव 2019 में बीजेपी के साथ रहेगा।
जेडीयू की यह बैठक इस घोषणा के बाद हुई जिसमें कहा गया कि पार्टी बिहार में बड़े भाई की भूमिका में होगी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार प्रदेश में एनडीए का चेहरा होंगे।
उन्होंने कहा, ‘हमारे नेता नीतीश कुमार ने राहुल गांधी (महागठबंधन छोड़ने से पूर्व) से मुलाकात की थी और उनको लालू प्रसाद के परिवार के भ्रष्टाचार के बारे में जानकारी दी थी। लेकिन उन्होंने महागठबंधन को बिखरने से रोकने के लिए कुछ नहीं किया। भ्रष्टाचार पर राहुल गांधी का रुख स्पष्ट नहीं है। कांग्रेस जब तक भ्रष्ट आरजेडी के बारे में अपना रुख जाहिर नहीं करती है तब तक हम उससे बात कैसे कर सकते हैं।’
उन्होंने कहा, हमारे नेता नीतीश कुमार का संदेश बिल्कुल साफ है। हमारी पार्टी भ्रष्टाचार, अपराध और सांप्रदायिकता से समझौता नहीं करेगी।
उनसे जब पूछा गया कि वह इस बात का संकेत दे रहे हैं जेडीयू-आरजेडी से अलग कांग्रेस के साथ गठबंधन में वापस आने को तैयार है तो उन्होंने आईएएनएस से कहा कि आप अनुमान लगाने के लिए स्वतंत्र हैं।