नयागांव थाने में पदस्थ आरक्षक प्रबल प्रताप सिंह की हत्या व मंदाकिनी नदी की सफाई में मिली बेशकीमती अष्टधातु की मूर्ति मिलने के मामले में वरिष्ठ अधिकारियों को सूचना न देने के आरोप में पुलिस अधीक्षक रियाज इकबाल ने नयागांव थाना प्रभारी आशीष धुर्वे को निलंबित कर लाइन अटैच कर दिया है। निलबंन पत्र में यह बताया गया है कि आशीष धुर्वे द्वारा आरक्षक 514 प्रबल प्रताप सिंह की 14 जून को हुई मृत्यु के संबंध में वरिष्ठ अधिकारियों को गलत सूचना दी गई थी। थाना प्रभारी द्वारा आरक्षक की हत्या को महज एक दुर्घटना बताता गया था।
जबकि आरक्षक प्रबल प्रताप सिंह की ट्रैक्टर से कुचलकर हत्या की गई थी। इसके अलावा मंदाकिनी नदी चित्रकूट में सफाई के दौरान नाविकों को अष्टधातु की प्रतिमा मिलने पर उसे थाना को सुपुर्द किया गया था। लेकिन थाना प्रभारी आशीष धुर्वे द्वारा प्रतिमा को मालखाना में रखकर कोई कार्रवाई नहीं की गई। इसके अलावा अष्टधातु की प्रतिमा मिलने के संबंध में वरिष्ठ अधिकारियों को सूचना भी नहीं दी गई। दोनों मामलों में थाना प्रभारी द्वारा घोर लापरवाही की गई। जिसके बाद एसपी ने थाना प्रभारी को निलंबित कर दिया।
सतना एसपी का कहना है कि आरोपियों को पकड़ने के लिए पुलिस की चार टीमें बनाई गई हैं। इस मामले में पुलिस ने पांच संदिग्धों को भी हिरातस में लिया और और उनसे पूछताछ की जा रही है। इसके साथ ही आरोपियों से जुड़ी जानकारी देने वाले को 10 हजार रुपए का इनाम देने की भी घोषणा की गई है।
सतना पुलिस ने दी श्रद्घांजलिः सिपाही प्रबल प्रताप सिंह को सतना पुलिस एवं उनके परिवार सहित पूरे सम्मान के साथ अंतिम श्रद्घांजलि देकर उनका पार्थिव शरीर रवाना किया गया। आरआई एवं उनके गार्ड द्वारा सलामी दी गई। सिपाही के पिता भाई एवं पत्नी सोमवार को पुलिस अधीक्षक से मिले। जिन्हें सरकार द्वारा भुगतान राशि दी गई है। वहीं ट्रैक्टर से कुचलकर मौत के घाट उतारने वाले आरोपितों के खिलाफ नयागांव थाने में 302 के तहत मुकदमा कायम कर लिया गया है।
आरोपितों की तलाश में पुलिस की अलग-अलग टीम की छापेमारी जारी है। पुलिस अधीक्षक ने कहा कि सिपाही की मौत हादसा नहीं है बल्कि उसे जानबूझ कर ट्रैक्टर से कुचला गया है। पुलिस अधीक्षक ने कहा कि आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए रक्षित निरीक्षक सत्यप्रकाश मिश्रा, कोटर थाना प्रभारी गोपाल चौबे, सिंहपुर थाना प्रभारी सुधांशु तिवारी, मझगवां थाना प्रभारी ओपी सिंह चोंगड़े, बरौंधी टीआई के अलावा अन्य टीम को आरोपितों की गिरफ्तार के लिए लगाया गया है।
ये था मामलाः गौरतलब है कि मृतक आरक्षक प्रबल प्रताप सिंह रविवार को ग्रामीण क्षेत्र में गश्त कर रहा था। गश्त के साथ ही उसे सम्मन वारंट की तामीली कराने की ड्यूटी सौंपी गई थी। आरक्षक प्रबल को गुप्त गोदावरी मोड़ से ट्रैक्टर-ट्राली में लोड डीजल का परिवहन करते हुए दो युवक दिखे। जिसके बाद आरक्षक ने बाइक से पीछा कर पथरा गांव के पहल सुरांगी के पास स्थित पुलिया के नजदीक ट्रैक्टर-ट्राली को रोक कर डीजल परिवहन के दस्तावेज मांगे, लेकिन ट्रैक्टर चालकों के पास कोई वैध दस्तावेज नहीं था।
लिहाजा आरक्षक ने दोनों को ट्रैक्टर थाने ले चलने के लिए कहा। बताया गया कि डीजल से लोड ट्रैक्टर-ट्राली को पकड़ कर आरक्षक प्रबल ने थाना पुलिस को घटना से अवगत कराया। ट्रैक्टर-ट्राली को लेकर आरक्षक प्रबल बाइक से आगे-आगे चल रहा था। कुछ दूर आगे जाने पर ट्रैक्टर के चालक ने अपना वाहन मोड़ लिया और पुलिसिया कार्रवाई से बचने के लिए भागने लगा।
ट्रैक्टर चालक के भागने पर आरक्षक प्रबल ने बाइक के जरिए पीछा करना शुरू किया। पीछा करते हुए वह पथरा गांव के पहले नाला के पास बने पुल पर पहुंचा। इसी बीच भाग रहे ट्रैक्टर चालक ने बाइक सवार सिपाही को टक्कर मार दी थी। टक्कर लगते ही सिपाही प्रबल ट्रैक्टर के पहिए के नीचे आ गया। जिसके कारण उसकी मौत हो गई। घटना के आरोपित ट्रैक्टर चालक अपने भाई के साथ वाहन लेकर भाग निकला।
खेत के रास्ते तीन किमी तक भागने के दौरान अनियंत्रित ट्राली पलट गई। आरोपितों ने इंजन खोला और डीजल से लोड पलटी हुई ट्राली को छोड़कर भाग निकले। ट्रैक्टर कर्वी जिले के कर्वी कोतवाली के भरतकूप चौकी अंतर्गत रामऔतार पटेल के दोनों बेटे चला रहे थे। पुलिस ने पौधा पटेल और लाला पटेल उर्फ धनपत को आरोपित बनाया है।
आरक्षक की हत्या के मामले में आरोपितों के खिलाफ नयागांव थाने में 302 के तहत मुकदमा पंजीबद्घ किया गया है। अलग-अलग पुलिस टीमें आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापा मार रही है। आरोपितों को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।