अन्य विटामिन्स और मिनरल्स की तरह आयरन भी सेहतमंद रहने के लिए बेहद जरूरी है। खासकर महिलाओं में आयरन की कमी होने की संभावना अधिक होती है। हालांकि कई बार वे इस बात अनजान होती है जिसके चलते समस्या गंभीर रूप भी ले सकती है। इसलिए समय रहते शरीर में आयरन की कमी को पहचानना जरूरी है जिससे किसी भी परेशानी को बड़ा बनने से रोका जा सके।
आयरन हमारे शरीर के लिए बेहद जरूरी होता है। यह खून में हीमोग्लोबिन बनाने में मदद करता है, जो फेफड़ों से ऑक्सीजन को हमारे शरीर के टिशूज तक पहुंचाने में मदद करता है। इसके अलावा इम्युनिटी बेहतर होती है और शरीर के संपूर्ण स्वास्थ्य में सुधार होता है, जिससे व्यक्ति कम थका हुआ महसूस करता है। हालांकि, विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अनुसार, अनुमानित 1.62 अरब लोग यानी दुनिया की 24.8 प्रतिशत आबादी, आयरन की कमी यानी एनीमिया से प्रभावित है। ऐसे में महिलाओं को इसकी कमी पर विशेष ध्यान देने की जरूरत होती है।
आयरन की कमी होने पर शरीर कुछ संकेत या लक्षण दिखाता है, जिसमें दिमाग में धुंधलापन, थकान, चक्कर आना और सांस की तकलीफ शामिल है। इसके अलावा त्वचा का पीली पड़ना भी आयरन की कमी का संकेत देता है। वहीं, हर व्यक्ति का शरीर अलग तरह से रिएक्ट करता है इसलिए उनमें लक्षण भी अलग तरह के नजर आ सकते हैं। इसलिए जरूरी है कि समय रहते डॉक्टर से सलाह लें। इसके लिए एक साधारण ब्लड टेस्ट भी काफी मददगार साबित हो सकती है और आप जान सकते हैं कि आपमें आयरन की कमी है या नहीं।
आयरन की कमी का क्या कारण है?
पुरुष और महिला दोनों ही आयरन की कमी से पीड़ित हो सकते हैं, लेकिन पुरुषों की तुलना में महिलाओं में आयरन की कमी होने की संभावना अधिक होती है क्योंकि मासिक धर्म के दौरान उनमें खून की कमी हो जाती है। गर्भावस्था और प्रसव के कारण भी आयरन की कमी हो सकती है।