मुंबई में मंगलवार की शाम को इस गाने को स्टेज पर कुछ नेत्रहीन म्यूजिशियन्स से परफॉर्म भी किया। इस मौके पर आमिर ने कहा कि इस गाने से मेरा करियर शुरू हुआ था। नासिर (हुसैन) साहब ने हमें फिल्म के दौरान बहुत सपोर्ट किया था। उन्होंने कहा कि कयामत से कयामत तक भारतीय सिनेमा का वह मील का पत्थर है जिसने सिनेमा की सोच को बदला।
कुछ गाने सदाबहार होते हैं। फिल्म कयामत से कयामत तक का गाना पापा कहते हैं… भी उनमें से एक है। जब इस गाने को दोबारा फिल्म श्रीकांत : आ रहा है सबकी आंखें खोलने में लिया गया, तो इस गाने के ओरिजनल एक्टर आमिर खान खुद पहुंचे गाने को लांच करने।
मुंबई में मंगलवार की शाम को इस गाने को स्टेज पर कुछ नेत्रहीन म्यूजिशियन्स से परफॉर्म भी किया। इस मौके पर आमिर ने कहा कि इस गाने से मेरा करियर शुरू हुआ था। नासिर (हुसैन) साहब ने हमें फिल्म के दौरान बहुत सपोर्ट किया था।
बहुत रोमांचक रहा सफर
आगे कहा कि मेरी, मंसूर (खान), जूही (चावला) आनंद मिलिंद (संगीतकार जोड़ी) हम सब का करियर लगभग इसी फिल्म से शुरू हुआ था। तब अंदाजा नहीं था कि कामयाब होंगे या नहीं। रिलीज से पहले मंसूर और मैं जब भी फिल्म देखते थे, तो हमें खामियां ही नजर आती थीं। हम बातचीत में ही लगे रहते थे कि फिल्म में यह रह गया, वो रह गया। फिल्म जैसे ही हमारे हाथों से निकली और रिलीज हुई, तो बहुत रोमांचक सफर रहा।
आमिर अपनी आगामी फिल्म सितारे जमीन पर में व्यस्त
उन्होंने कहा कि कयामत से कयामत तक भारतीय सिनेमा का वह मील का पत्थर है, जिसने सिनेमा की सोच को बदला। वहां से बदलाव शुरू हुआ। मैंने सोचा नहीं था कि यह गाना दोबारा रिलीज किया जाएगा, लेकिन इस फिल्म की कहानी के साथ यह गाना फिट बैठ रहा है। फिलहाल आमिर अपनी आगामी फिल्म सितारे जमीन पर में व्यस्त हैं।
जोया अख्तर के साथ भी फिल्म कर सकते हैं आमिर
इसी बीच खबरें भी आ रही हैं कि वह जोया अख्तर के साथ भी फिल्म कर सकते हैं। सूत्रों के अनुसार जोया ने आमिर को केवल फिल्म का आइडिया सुनाया है। आमिर ने जोया से स्क्रिप्ट तैयार करने के लिए कहा है, फिर वह उस पर निर्णय लेंगे।