पिछले कुछ महीनों से इस बात को लेकर हिंदी फ़िल्म इंडस्ट्री में काफ़ी शोर था कि आमिर ख़ान भारतीय सिनेमा के इतिहास की सबसे महंगी फ़िल्म बनाने जा रहे हैं, जिसका बजट 1000 करोड़ रुपये होगा। यह फ़िल्म ‘महाभारत’ का फ़िल्मी रूपांतरण होगी और आमिर अगले कुछ साल तक सिर्फ़ इसी फ़िल्म के लिए काम करेंगे। मगर, अब जो ख़बरें आ रही हैं, उनसे लगता है कि इस अति महत्वाकांक्षी फ़िल्म का भविष्य खटाई में पड़ने वाला है।
ख़बर है कि आमिर इस प्रोजेक्ट को आगे बढ़ाने की इच्छुक नहीं हैं और उन्होंने इसे बनाने का विचार छोड़ दिया है। बताया जा रहा है कि इस प्रोजेक्ट को लेकर आमिर की सबसे बड़ी दुविधा समय को लेकर थी। आमिर को बॉलीवुड में परफेक्शनिस्ट कहा जाता है। एक बार में वो एक फ़िल्म करते हैं और उसे परफेक्शन की हद तक लेकर जाते हैं। अगर आमिर महाभारत बनाते तो 5 सालों तक वो कोई दूसरी फ़िल्म नहीं कर पाते। इसके अलावा फ़िल्म को लेकर विवाद होने की सम्भावना भी पूरी थी। ख़बर आयी थी कि अगर फ़िल्म बनी तो आमिर भगवान कृष्ण का किरदार निभाएंगे। आमिर ने फ़िल्म निर्माण में ख़र्च होने वाले बजट और रिकवरी के बारे में भी बहुत सोच-विचार किया। अगर इतनी बड़ी रक़म की रिकवरी नहीं हुई तो यह प्रोजेक्ट निर्माताओं के लिए बहुत बड़ा घाटा देकर जाता। यही सब सोचकर आमिर ने अंत में फ़ैसला किया कि वो महाभारत से दूर रहेंगे।