अमेरिका ने गुरुवार को अलकायदा के आतंकी हमजा बिन लादेन की मौत का दावा किया है। अमेरिका के लिए एक वक्त बड़ा खतरा बनने वाले अलकायदा सरगना ओसामा बिन लादेन का बेटा हमजा मार गिराया गया है। हालांकि अमेरिकी मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अभी हमजा की मौत की पुष्टि नहीं हुई है। ये भी साफ नहीं है कि हमजा की मौत कहां और कैसे हुई।
हमजा की मौत में अमेरिका का हाथ है या नहीं ये भी साफ नहीं हुआ है। हालांकि, अमेरिका के खुफिया अधिकारियों ने हमजा बिन लादेन की मौत का दावा किया है।
हमजा बिन लादेन की मौत पर सस्पेंस के बीच अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अलकायदा आतंकी हमजा बिन लादेन की मौत पर बयान दिया है। ट्रंप ने यहां गुरुवार को कहा है कि हमजा बिन लादेन अमेरिका के लिए बड़ा खतरा था।
व्हाइट हाउस में पत्रकारों ने ट्रंप से जब पूछा कि क्या हमजा बिन की मौत में अमेरिका की कोई भूमिका थी तो उन्होंने कहा, ‘मैं इस बारे में कोई टिप्पणी नहीं कर सकता। हां मैं ये जरूर कह सकता हूं कि वह हमारे देश(अमेरिका) के लिए बड़ा खतरा था। वह हमारे देश के बारे में बहुत बुरी बातें कह रहा था।’
अमेरिकी मीडिया ने बुधवार को अनाम अधिकारियों के हवाले से बताया कि हमजा बिन लादेन की मौत ट्रम्प प्रशासन के पहले दो वर्षों के दौरान हुई थी। अमेरिका की ओर से इसकी कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है।अमेरिकी अधिकारियों के अनुसार, हमजा को मार गिराने के अभियान में अमेरिकी सरकार की अहम भूमिका थी। उन्होंने इस गोपनीय अभियान के बारे में इस शर्त पर जानकारी दी कि उनके नामों को गुप्त रखा जाएगा। इन अधिकारियों ने हालांकि यह नहीं बताया कि जिस हमले में हमजा मारा गया, उसे कब और कहां अंजाम दिया गया था।
अमेरिका के लिए क्यों खतरा हमजा बिन लादेन ?
साल 2015 में अलकायदा के सरगना रहे ओसामा बिन लादेन के बेटे हमजा बिन लादेन ने अमेरिका को धमकी दी थी कि वो अपने पिता की मौत का बदला लेने के लिए अमेरिका पर हमला करेगा। जिसके बाद अमेरिका ने उसके सिर पर 10 लाख डॉलर (करीब 7 करोड़ रुपये) का इनाम रखा था।
ओसामा के 20 बच्चों में एक था हमजा
अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने गत फरवरी में बताया था कि ओसामा के 20 बच्चों में हमजा 15वें स्थान पर है। उसकी तीसरी पत्नी से हमजा का जन्म हुआ था। अलकायदा ने हाल के सालों में उसके कई संदेश जारी किए थे। लेकिन पिछले कुछ माह से उसका कोई संदेश नहीं आया।
अलकायदा सरगना बनाने की थी तैयारी
फाउंडेशन फॉर द डिफेंस डेमोक्रेसिस के वरिष्ठ सदस्य थॉमस जॉस्लीन ने कहा, ‘ऐसी संभावना है कि हमजा पाकिस्तान-अफगानिस्तान सीमा से अपनी गतिविधियों को संचालित कर रहा था। उसे अलकायदा के अगले सरगना के तौर पर तैयार किया जा रहा था। तालिबान के साथ संबंधों में भी उसकी अहम भूमिका थी।’
अल-जवाहिरी की तलाश जारी
एक पूर्व अमेरिकी अधिकारी ने बताया कि ओसामा बिन लादेन के मारे जाने के बाद अयमान अल-जवाहिरी को अलकायदा का सरगना बनाया गया था। अमेरिकी खुफिया एजेंसी सीआइए को उसकी अब भी तलाश है। सीआइए ने उसे खोजने के लिए 2012 और 2013 में पाकिस्तान के उत्तरी वजीरिस्तान इलाके में कई प्रयास किए थे। लेकिन उसके ठिकाने का पता नहीं चल सका था।