कोरोना वायरस का संक्रमण इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय तक पहुंच चुका है। यहां के लोग भी संक्रमित होने लगे हैं। ऐसे में विश्वविद्यालय को बंद करने की मांग उठने लगी है। इलाहाबाद विश्वविद्यालय शिक्षक संघ (आटा) के अध्यक्ष ने इस संबंध में कार्यवाहक कुलपति को पत्र भी भेजा है।
‘आटा’ के अध्यक्ष ने कार्यवाहक कुलपति को पत्र भेजा
इलाहाबाद विश्वविद्यालय और संघटक महाविद्यालय के विभागों के ताले सोमवार से खुल गए हैं। इसी बीच इलाहाबाद विश्वविद्यालय शिक्षक संघ (आटा) के अध्यक्ष प्रोफेसर राम सेवक दुबे, उपाध्यक्ष प्रो. एआर सिद्दीकी और महामंत्री डॉ. शिव मोहन प्रसाद ने संक्रमण का खतरा बढऩे की आशंका जताते हुए कार्यवाहक कुलपति प्रो. आरआर तिवारी से विश्वविद्यालय और संघटक महाविद्यालयों को बंद करने की मांग की है।
कोरोना वायरस के संक्रमण को लेकर भय है
कार्यवाहक कुलपति को भेजे गए पत्र में आटा अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और महामंत्री की ओर से कहा गया है कि 22 जून को इविवि खोलने के निर्देश पर सभी शिक्षक अपने विभागों में पहुंचे। इस दौरान उनमें कोरोना वायरस के संक्रमण को लेकर भय स्पष्ट झलक रहा था।
बोले, सरकार की तरफ से भी कोई निर्देश जारी नहीं किया गया
उन्होंने कहा कि अभी तक प्रयागराज मंडल में कोई भी प्राथमिक विद्यालय, माध्यमिक विद्यालय, महाविद्यालय और विश्वविद्यालय खोले जाने का आदेश जारी नहीं किया गया है। केंद्र और प्रदेश सरकार की तरफ से भी कोई निर्देश जारी नहीं किया गया है। विश्वविद्यालय के एक वरिष्ठ शिक्षक और लाइब्रेरियन कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। कुछ प्रशासनिक अफसर, शिक्षक और कर्मचारी भी कोरोना संदिग्ध हैं। ऐसे में शिक्षकों को काम करने में असहज महसूस हो रहा है। ऐसे में जुलाई के दूसरे सप्ताह में इविवि खोला जाए।