आइसीसी के इस फैसले के बाद बीसीसीआइ के पूर्व सचिव संजय जगदले का एक बड़ा बयान सामने आया है। जगदले ने आरोप लगाया है कि भारत-ऑस्ट्रेलिया मैच के लिए जो पिच तैयार की गई थी उस पर मैच नहीं हुआ। ऐनवक्त पर पिच बदल दी गई।

शुक्रवार का दिन भारतीय क्रिकेट के लिए बेहद खराब रहा। एक तरफ जहां टीम इंडिया को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 9 विकेट की करारी हार झेलनी पड़ी। वहीं, दूसरी तरफ आइसीसी ने इंदौर के होलकर स्टेडियम की पिच को ‘खराब’ करार दिया है।
साथ ही आइसीसी ने इंदौर को तीन डिमेरिट अंक भी दिए है। आइसीसी मैच रेफरी क्रिस ब्राड ने दोनों टीमों के कप्तानों और मैच अधिकारियों से बात करने के बाद आइसीसी को रिपोर्ट भेजी है। मूल्यांकन के बाद टेस्ट स्थल को तीन डिमेरिट अंक दिए गए।
तैयार किए गए पिच पर नहीं हुआ मैच: जगदले
आइसीसी के इस फैसले के बाद बीसीसीआइ के पूर्व सचिव संजय जगदले का एक बड़ा बयान सामने आया है। जगदले ने आरोप लगाया है कि भारत-ऑस्ट्रेलिया मैच के लिए जो पिच तैयार की गई थी, उस पर मैच नहीं हुआ। ऐनवक्त पर पिच बदल दी गई। उन्होंने कहा कि अचानक पिच बदलने की जरूरत क्यों पड़ी। वहीं, इस पिच को बदलने की क्या जरूरत पड़ी। वहीं, यह किसके आदेश पर किया गया। उन्हें आगे आकर जिम्मेदारी लेना चाहिए।
बीसीसीआइ के पूर्व सचिव जगदले ने कहा कि इंदौर के विकेट पर क्या हुआ, यह सभी लोगों ने देखा। उन्होंने आगे सवाल उठाया कि ऐसा विकेट किसने तैयार किया। हालांकि, उन्होंने कहा कि इसके पीछे मध्यप्रदेश क्रिकेट संगठन का कोई चेहरा नहीं है।
अचानक विकेट बदलने को लेकर जताई नाराजगी
जगदले ने यह भी सवाल उठाया कि इंदौर टेस्ट के लिए लाल मिट्टी का विकेट तैयार किया जा रहा था। अचानक विकेट बदलने के जरूरत क्यों पड़ी और किसके निर्देश पर किया गया इसका जवाब मिलना चाहिए।
जगदाले ने आगे बताया कि इंदौर में टेस्ट मैच से पहले रणजी ट्राफी के क्वार्टर फाइनल और सेमीफाइनल जैसे महत्वपूर्ण मुकाबले हुए। दोनों मैच रोमांचक थे और गेंद व बल्ले के बीच बराबरी का संतुलन था। यह सही है कि घरेलू टीम पिच से थोड़ा फायदा लेती है, लेकिन इसकी भी सीमा होती है।
उन्होंने आगे कहा, ‘स्थानीय क्यूरेटर के पास पर्याप्त अनुभव है और बेहतर विकेट तैयार करने का उनका रिकार्ड रहा है। उनपर भरोसा करना चाहिए था। वह परिस्थितियों को किसी अन्य की तुलना में ज्यादा अच्छे से समझते हैं। यदि टीम प्रबंधन की कुछ मांग थी तो उनसे भी कह सकते थे। ऐसी क्या नौबत आ गई कि बीसीसीआइ से क्यूरेटर बुलवाया गया।’
जानें-पिच को लेकर आइसीसी ने क्या कहा
आइसीसी के मैच रेफरी क्रिस ब्राड ने कहा है कि होलकर स्टेडियम की पिच बहुत सूखी थी। यहां गेंद और बल्ले के बीच संतुलन नहीं था। यह पिच शुरुआत से ही स्पिनरों को मदद कर रही थी। मैच की पांचवीं गेंद से ही पिच टूटने लगी थी और यह निरंतर टूटती जा रही थी। इस पर से तेज गेंदबाजों को कम या न के बराबर मदद मिल रही थी। पूरे मैच के दौरान असमान या बहुत ज्यादा उछाल मिल रहा था।
रिपोर्ट को बीसीसीआइ को भी भेज दिया गया है, जिसके पास इसके विरुद्ध अपील करने के लिए 14 दिन का समय है। ब्राड ने कहा, पिच बहुत ही सूखी थी और इससे बल्ले व गेंद के बीच संतुलन नहीं दिखा। शुरुआत से ही पिच से स्पिनरों को मदद मिली।
Live Halchal Latest News, Updated News, Hindi News Portal