शरीर के किसी भी हिस्से में लगातार या फिर अक्सर दर्द रहना पीड़ादायक होने के साथ आपका जीना दूभर कर देता है। हालांकि, कई बार यह पोषक तत्व की कमी के साथ किसी गंभीर बीमारी का संकेत भी होता है। लगातार दर्द रहना रूमाटाइड आर्थराइटिस जैसी बीमारी के साथ ऑस्टियोआर्थराइटिस, फाइबराइड, पेट में छाले, कैंसर, मल्टिपल सिरोसिस, एड्स और यहां तक कि गॉलब्लैडर की बीमारी का संकेत भी हो सकता है। इनका इलाज अगर सही समय पर न किया जाए, तो यह स्वास्थ्य के लिए खतरा पैदा कर सकते हैं।
हर साल 7 अप्रैल के दिन विश्व स्वास्थ्य दिवस मनाया जाता है, ताकि कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं के बारे में लोगों में जागरुकता पैदा की जा सके। आज हम बता रहे हैं शरीर के आम दर्द के बारे में, जिन्हें नजरअंदाज करना भारी पड़ सकता है। अगर आप बिजी लाइफस्टाइल या तनाव को इन दर्द की वजह मानकर इग्नोर करते आए हैं, तो आपको सतर्क हो जाने की जरूरत है। जैसे लगातार सिर दर्द एसिडिटी से लेकर ब्रेन ट्यूमर का संकेत हो सकता है, जिसका निदान समय रहते होना बेहद जरूरी है।
आइए नजर डालते हैं अक्सर होने वाले ऐसे दर्द पर जिन्हें नजरअंदाज करने की गलती नहीं करनी चाहिए
1. सिर दर्द
सिर दर्द की गंभीरता इसके पीछे की वजह को बता सकती है। अगर सिर दर्द अक्सर रहता है, तो इसके पीछे माइग्रेन, नींद की कमी, आंखों पर दबाव और स्ट्रेस का खराब मैनेजमेंट वजह हो सकती है। हालांकि, इस तरह के सिर दर्द को मैनेज किया जा सकता है। इसके अलावा महिलाओं को मेनोपॉज़ और आयरन की गंभीर कमी के कारण हाथ और पैरों का ठंडा होना और साथ ही सिर दर्द भी हो सकता है।
2. पेट में दर्द
इसके पीछे भी कई करह की वजहें होती है, जैसे गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल डिसऑर्डर, यूरीनरी ट्रेक्ट इन्फेक्शन या रीप्रोडक्टिव सिस्टम से जुड़ी दिक्कतें। इसके अलावा अपच से लेकर छाले तक की वजह से भी पेट में दर्द हो सकता है। पेट दर्द के पीछे का कारण जानने के लिए मेडिकल जांच करवानी बेहद जरूरी है।
3. जोड़ों में दर्द
यह आमतौर पर कैल्शियम की कमी की वजह से होता है और मेनोपॉज के वक्त, अचानक एस्ट्रोजन का स्तर कम होने की वजह से भी कैल्शियम की कमी होती है। इसके अलावा हेल्थ एक्सपर्ट्स मानते हैं कि जोड़ों में दर्द आर्थराइटिस का कारण भी हो सकता है, वहीं, पीठ या कमर दर्द रीढ़ की हड्डी या फिर किडनी से जुड़ी समस्मयाओं का संकेत होता है।
4. मांसपेशियों में दर्द
इसका मुख्य कारण आमतौर पर विटामिन-डी की कमी ही होती है। खासतौर पर जो लोग धूप में कम निकलते हैं, उनमें यह समस्या अक्सर देखी जाती है। इस कमी की वजह से शरीर के कई हिस्सों में दर्द और मांसपेशियों में दर्द हो सकता है। विटामिन-डी का सेवन इस दिक्कत को दूर कर सकता है। लेकिन इससे पहले डॉक्टर से जांच करवानी जरूरी है।
5. पीठ/कमर दर्द
5 घंटे से ज्यादा देर तक एक ही जगह पर बैठे रहने से पीठ में सुन्नता या झुनझुनाहट के साथ दर्द हो सकता है। अगर आपका काम घंटों एक ही जगह पर बैठे रहने का है, तो इससे आपके कंधों में भी अकड़न हो सकती है।
अगर डाइट पोषण से भरपूर नहीं है और शारीरिक गतिविधि की भी कमी है, तो इससे आर्थराइटिस का खतरा बढ़ता है।
6. सीने में दर्द
सीने में दर्द जैसा लक्षण जानलेवा साबित हो सकता है, जिसे नजरअंदाज न करें और न ही खुद से इलाज करें। यह दिल के दौरे या फिर पल्मनरी एम्बॉलिज्म का भी संकेत हो सकता है, लेकिन इसकी वजह एसिड रीफल्क्स या फेफड़ों में खून के थक्के का होना भी हो सकता है।
7. पैरों में दर्द
पैरों में दर्द के साथ सूजन भी है, तो इसकी वजह डीप वेन थ्रॉमेबोसिस या फिर पेरीफेरल आर्टरी बीमारी भी हो सकती है। सही निदान और इलाज के लिए आपको डॉक्टर से सलाह करनी होगी। साथ ही अगर पैरों में दर्द गंभीर है, जो अचानक शुरू हो जाता है या सूजन और रेडनेस भी हो जाती है, तो यह ब्लड क्लॉट या फिर नर्व डैमेज का संकेत हो सकता है।
8. अन्य दर्द
इसके अलावा उल्टी के साथ सिर में बर्दाश्त के बाहर दर्द होना, शरीर के किसी भी हिस्से में सुन्नता के साथ अक्सर दर्द रहना, सीने में दर्द आदि भी गंभीर बीमारी के चेतावनी संकेत हो सकते हैं। इसलिए फौरन दर्द से राहत पाने के लिए पेन किलर का सहारा लेने से बेहतर है कि डॉक्टर से चेकअप करवाएं ताकि कारण पता चल सकें।