बच्चों और स्तनपान कराने वाली महिलाओं को भोजन और समुचित स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराने की मांग वाली जनहित याचिका पर सुप्रीम कोर्ट सुनवाई करेगा। याचिका में आंगनबाड़ी केंद्रों को दोबारा खोलने की मांग की गई है, जिन्हें कोरोना के चलते बंद कर दिया गया है।
जस्टिस अशोक भूषषण की अध्यक्षता वाली पीठ ने दीपिका जगतराम साहनी की याचिका पर सुनवाई करने के बाद केंद्र सरकार और सभी राज्यों को नोटिस जारी किया है। चार हफ्ते में इसका जवाब देना है। पीठ ने कहा, ‘हम याचिका पर सुनवाई करेंगे।’ याचिका में आंगनबाड़ी केंद्रों को बंद किए जाने से गरीब बच्चों, गर्भवती और स्तनपान कराने वाली माताओं के सामने विकट स्थिति पैदा हो गई है।
साहनी ने अपनी याचिका में कहा है कि देशभर में 14 लाख से अधिक आंगनबाड़ी केंद्रों के बंद होने से गरीब बच्चों और स्तनपान कराने वाली माताओं को न तो समुचित भोजन मिल रहा है और न ही अन्य सुविधाओं का लाभ। ऐसे में शीषर्ष अदालत केंद्र और राज्यों समेत सभी पक्षों को इन्हें भोजन और स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराने के लिए निर्देश दे।