रामनगरी अयोध्या में पांच अगस्त को श्रीराम जन्मभूमि मंदिर निर्माण के भूमि पूजन की उलटी गिनती के बीच मंदिर के निर्माण स्थल के नीचे टाइम कैप्सूल रखे जाने को लेकर विवाद शुरू हो गया है। राम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने इस प्रकार की किसी भी खबर को अफवाह बताया है जबकि रविवार को ही ट्रस्ट के सदस्य ने निर्माण स्थल के करीब 200 फीट नीचे टाइम कैप्सूल को रखने की बात मीडिया से बताई थी।
चंपत राय ने श्रीराम जन्मभूमि मंदिर के नीचे टाइम कैप्सूल रखे जाने की खबर को भ्रामक बताया है। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने एक न्यूज एजेंसी से साक्षात्कार में इस बात को साफ कर दिया। वहीं, ट्रस्ट के सदस्य कामेश्वर चौपाल ने टाइम कैप्सूल रखे जाने की घोषणा की थी। ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय व सदस्य कामेश्वर चौपाल के बयानों में भिन्नता से यह मालूम पड़ता है कि सदस्यों में तालमेल नहीं है। एक दूसरे के बयानों का खंडन किया जा रहा है। राम जन्म भूमि की नीव में एक ताम्रपत्र रखा जाएगा, जिसमें राम जन्म भूमि का संक्षिप्त इतिहास व शिलान्यास का ब्यौरा लिखा जाएगा। इसी ताम्रपत्र को टाइम कैप्सूल मान लिया गया।
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के सदस्य कामेश्वर चौपाल ने कहा था कि टाइम कैप्सूल रखा जाएगा, जबकि महासचिव चंपत राय ने टाइम कैप्सूल रखे जाने की इस खबर गलत बताया है। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने पांच अगस्त को श्रीराम मंदिर के भूमि पूजन के दौरान निर्माण स्थल के भीतर टाइम कैप्सूल रखे जाने की खबर को सिरे से खारिज कर दिया है। चंपत राय ने कहा कि निर्माण स्थल पर जमीन के नीचे एक टाइम कैप्सूल रखने की सभी खबरें झूठी हैं। ऐसी किसी भी अफवाह पर विश्वास न करें। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के सदस्य कामेश्वर चौपाल ने कहा कि टाइम कैप्सूल रखा जाएगा, जबकि महासचिव चंपत राय ने टाइम कैप्सूल रखे जाने की इस खबर गलत बताया है। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने पांच अगस्त को श्रीराम मंदिर के भूमि पूजन के दौरान निर्माण स्थल के भीतर टाइम कैप्सूल रखे जाने की खबर को सिरे से खारिज कर दिया है। चंपत राय ने कहा कि निर्माण स्थल पर जमीन के नीचे एक टाइम कैप्सूल रखने की सभी खबरें झूठी हैं। ऐसी किसी भी अफवाह पर विश्वास न करें।
इससे पहले रविवार को श्रीराम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट सदस्य कामेश्वर चौपाल ने मीडिया से कहा था कि भव्य राम मंदिर के निर्माण स्थल के नीचे करीब दो सौ फीट नीचे टाइम कैप्सूल भी रखा जाएगा। जिससे कि मंदिर के बारे में लोगों को सदियों तक जानकारी मिले। कामेश्वर चौपाल ने कहा था कि राम मंदिर निर्माण स्थल पर जमीन में लगभग 200 फीट नीचे एक कैप्सूल रखा जाएगा। ऐसा इसलिए किया जा रहा है, जिससे कि यदि कोई भविष्य में मंदिर के इतिहास के बारे में अध्ययन करना चाहता है, वह केवल राम जन्मभूमि से संबंधित सब सही तथ्य प्राप्त करेगा। अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि मंदिर निर्माण की तैयारियां तेजी पर हैं।
इसी बीच मंदिर ट्रस्ट के सदस्य कामेश्वर चौपाल ने मीडिया को बताया कि मंदिर की नींव में टाइम कैप्सूल रखा जाएगा, जिसमें मंदिर निर्माण का पूरा इतिहास दर्ज होगा। अब इस खबर को श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय ने गलत बताया है। उनका कहना है कि नींव में कोई टाइम कैप्सूल नहीं रखा जाएगा। यह सब अफवाह है। ऐसा कुछ नहीं होगा। कामेश्वर चौपाल के दावे को चंपत राय ने खारिज कर दिया है।