वाशिंगटन। भारत और अमेरिका के संबंधों में लगातार घनिष्ठता बढ़ रही है। अमेरिका के एक वरिष्ठ राजनयिक ने बृहस्पतिवार को भारत और अमेरिका के संबंधों को क्षेत्र और दुनिया में सुरक्षा एवं स्थिरता के लिए महत्वपूर्ण करार देते हुए कहा कि भारत के साथ अमेरिका के सहयोग की गति और दायरा लगातार बढ़ रहा है। दक्षिण एवं मध्य एशियाई मामलों के प्रमुख उप सहायक सचिव डीन थॉम्पसन ने नई दिल्ली में अगले सप्ताह होने वाली 2+2 मंत्री स्तरीय वार्ता से पहले यह बयान दिया है।
चीन से बढ़ते तनाव के बीच भारत और अमेरिका के संबंधों में काफी बदलाव होता नजर आ रहा है। अमेरिका के रक्षा मंत्री मार्क एस्पर और विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ अगले हफ्ते अपने भारतीय समकक्षों क्रमश: राजनाथ सिंह तथा एस. जयशंकर के साथ 2+2 बैठक के लिए भारत जाएंगे। इस बैठक को भारत के लिहाज से काफी अहम माना जा रहा है। जानकारों की मानें तो इस बैठक में चीन को काबू करने की रणनीति पर गंभीरता से विचार हो सकता है। चीन की नजरें भी इस बैठक पर टिकी हुई हैं।
थॉम्पसन ने पत्रकारों से कहा कि भारत के साथ हमारे संबंधों को देखें तो, उनके साथ हमारे सहयोग की गति और दायरा लगातार बढ़ रहा है। यकीनन, हमारे पास अमेरिका-भारत संबंध को मजबूत करने का एक उत्कृष्ट अवसर है, जो इस क्षेत्र और दुनिया में सुरक्षा और स्थिरता के लिए महत्वपूर्ण है। उन्होंने बताया कि एस्पर और पोम्पिओ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से भी मुलाकात करेंगे, ताकि वे अमेरिका-भारत व्यापक वैश्विक रणनीतिक साझेदारी को आगे बढ़ा सकें।
भारत को अमेरिका का करीबी बताते हुए थॉम्पसन ने कहा कि 2+2 प्रारूप हमारे सबसे करीबी दोस्तों और साझेदारों के लिए आरक्षित है और यह हमारे उस विश्वास को दर्शाता है कि अमेरिका और भारत एक साथ काम करने पर अधिक मजबूत, अधिक सुरक्षित और समृद्ध होते हैं।