पिछले साल अमरनाथ यात्रा बस पर हुए हमले को लेकर इस साल गृह मंत्रालय सीआरपीएफ को 30 बुलेट प्रूफ बसें दे रहा है. बता दें कि सीआरपीएफ इस यात्रा में शामिल बसों के काफिले को सुरक्षा प्रदान करती है.
इस साल जून महीने से शुरू होने वाली अमरनाथ यात्रा पर कोई आतंकी हमला न कर सके, इसलिए सीआरपीएफ बुलेट प्रूफ बसें ले रही है. बस का इस्तेमाल सीआरपीएफ यात्रा काफिले के आगे- पीछे प्रयोग किया जाएगा. इससे अगर आतंकी अमरनाथ यात्रा के दौरान सुरक्षा बलों को निशाना बनाते हैं, तो जवानों को कोई नुकसान ना पहुंचे.
पिछले साल हमले मारे गए थे 7 श्रद्धालु
पिछले साल जुलाई में अमरनाथ यात्रियों के एक जत्थे पर आतंकी हमला हुआ था. इसमें 7 श्रद्धालुओं की मौत हो गई थी, जबकि कई घायल हुए थे. जानकारी के मुताबिक, हमले का मास्टर माइंड लश्कर-ए-तैयबा से जुड़ा हुआ था.
मारा गया था अमरनाथ यात्रा हमले का मास्टरमाइंड
पिछले साल सितंबर के महीने में अमरनाथ यात्रियों की बस पर आतंकी हमले के मास्टरमाइंड अबु इस्माइल को सुरक्षाबलों ने ढेर कर दिया था. इस्माइल पाकिस्तान के मीरपुर का रहने वाला था. वो चार साल से घाटी में सक्रिय था. अबु दुजाना के मारे जाने के बाद लश्कर ने इस्माइल को ऑपरेशनल कमांडर बनाया था. अमरनाथ यात्रियों पर हमले के अलावा पंपोर आतंकी हमले में इसका हाथ बताया जा रहा था.