पिछले हफ्ते गुरुवार को बिहार के शिक्षा मंत्री कृष्ण नंदन प्रसाद वर्मा की एक तस्वीर बड़ी तेजी से वायरल हुई जिसमें दिख रहा था कि वो एक कमरे में बैठे हैं और उनके सामने टेबल पर शराब की गिलास रखी हुई है. इस तस्वीर में उनके साथ कुछ अन्य लोग भी दिख रहे हैं और टेबल पर ड्राई फ्रूट्स, अंगूर और सेब रखे हुए हैं.इस तस्वीर के वायरल होने के साथ ही विरोधियों ने कृष्ण नंदन प्रसाद वर्मा पर सवाल खड़े कर दिए और साथ ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बिहार में शराबबंदी लागू करने के बावजूद मंत्री के शराब पीने को लेकर चर्चा होने लगी. हालांकि, यह तस्वीर कब की थी और कहां खींची गई? इस बात को लेकर गुरुवार को ज्यादा कुछ तो स्पष्ट नहीं हुआ था मगर शिक्षा मंत्री से लगातार सवाल पूछे जा रहे थे.
लेकिन, इस तस्वीर की सच्चाई को लेकर कृष्ण नंदन प्रसाद वर्मा सामने आए हैं और उन्होंने बताया है कि यह तस्वीर उन्हीं की है और 16 फरवरी की खींची हुई है. वर्मा ने बताया कि इसी दिन वह औरंगाबाद गए थे जहां पर उन्हें पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर जयंती में शामिल होना था. औरंगाबाद दौरे के दौरान उन्हें स्थानीय नेता संजय सिंह कुशवाहा ने अपने घर पर आमंत्रित किया था और वहां पर उन्हें इत्तेफाक से शराब के रंग के गिलास में पानी पिलाया गया था.
मंत्री ने स्पष्ट किया है कि तस्वीर में टेबल पर रखा गिलास भले ही शराब की तरह दिख रहा हो, लेकिन वह शराब नहीं है, बल्कि शराब के रंग का गिलास है, जिसमें पानी है. कृष्ण नंदन प्रसाद वर्मा ने कहा कि यह तस्वीर वायरल करने के पीछे उनको और बिहार सरकार को बदनाम करने की साजिश है.
इसको लेकर शिक्षा मंत्री ने शनिवार को जहानाबाद में प्राथमिकी (एफआईआर) दर्ज करवाई. प्राथमिकी जहानाबाद के टेहटा पुलिस चौकी में दर्ज करवाई गई है. जहानाबाद के पुलिस अधीक्षक मनीष कुमार ने कहा कि मंत्री की शिकायत पर कार्रवाई की जाएगी.