भारत और चीन के बीच बॉर्डर पर जारी विवाद से इतर आज विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने रूस-भारत-चीन की साझा चर्चा में हिस्सा लिया. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हुई इस बैठक में इशारों-इशारों में विदेश मंत्री ने चीन को जवाब भी दे दिया. बता दें कि इस बैठक में रूस, चीन और भारत के विदेश मंत्री हिस्सा ले रहे हैं.
अपने संबोधन में विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा कि दुनिया के प्रमुख देशों को आगे बढ़कर नेतृत्व करना चाहिए और उदाहरण पेश करना चाहिए. इसमें अंतरराष्ट्रीय नियमों का पालन करना, साथी देशों के हितों का सम्मान करना, बहुपक्षीयता का समर्थन करना और हर किसी की भलाई की कोशिश की जानी चाहिए.
विदेश मंत्री ने कहा कि मौजूदा वक्त में एक सही वैश्विक व्यवस्था बनाने का यही एक तरीका है.
एस. जयशंकर ने कहा कि अब वक्त आ गया है जब दुनिया को भारत के महत्व को पहचानना चाहिए और उसके अनुसार स्थान देना चाहिए. पिछले 75 साल में दुनिया काफी बदल गई है, ऐसे में अब विश्व को देखने के नजरिए को भी बदलना होगा. विदेश मंत्री ने कहा कि यही वक्त है कि दुनिया भारत को देखे और पुराने वक्त में सुधार लाए.
अपने संबोधन में विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने संयुक्त राष्ट्र में बदलाव, संयुक्त राष्ट्र की सुरक्षा परिषद में बदलाव का मसला भी उठाया. उन्होंने कहा कि भारत, रूस और चीन ऐसे देश हैं जो दुनिया का ग्लोबल एजेंडा तय करते हैं चाहे वह राजनीतिक मसले हों या फिर आर्थिक स्थिति.
आपको बता दें कि भारत और चीन के बीच पिछले एक महीने से विवाद चल रहा है, इस बीच ये बैठक हो रही है. बीते हफ्ते जब चीनी सैनिकों के साथ संघर्ष में भारत के बीस जवान शहीद हो गए थे, तब इस बैठक पर संकट के बादल थे. लेकिन इस बैठक से द्विपक्षीय मसलों को अलग रखा गया और एजेंडे पर आगे बढ़ा गया.