कोरोना वायरस को हराने के लिए दुनियाभर में प्रयास किए जा रहे हैं. भारत सरकार की तरफ से कोरोना मरीजों को ट्रेस करने के लिए अरोग्य सेतु ऐप पेश किया जा चुका है. वहीं दो दिग्गज टेक जाएंट एपल और गूगल भी ऐसा ही ऐप बनाने की तैयारी कर रहे हैं, जो कोविड 19 से लड़ने में मददगार साबित होगा.
मोबाइल कंपनी Apple और सर्च इंजन Google मिलकर कोरोना मरीजों की कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग के लिए एक ऐप बना रहे हैं. इस ऐप के काम करने की जानकारी के साथ पहली तस्वीर कंपनी की तरफ से जारी की गई है.
गूगल और एप्पल का दावा है कि इस ऐप्लीकेशन से कोरोना मरीजों के संपर्क में आए लोगों की पहचान करने में आसानी होगी. ये ऐप ब्लूटूथ सिग्नल से काम करेगा.
एपल और गूगल ने यूजर्स की प्राइवेसी को सिक्योर करने के लिए एपीआई को अपडेट करने का भी ऐलान किया है. दोनों कंपनियों का कहना है कि ऐप की प्राइवेसी को लेकर काफी गंभीर हैं और इसके लिए कई कदम उठाए जा रहे हैं.
एपीआई को मजबूत करने के लिए नए अपडेट जारी किए गए हैं. इससे पहले एपीआई फ्रेमवर्क को पहली बार 10 अप्रैल को रिलीज किया गया था.
साथ ही दोनों ही कंपनियां प्राइवेसी को और मजबूती देने के लिए ब्लूटूथ से जुड़े मेटाडेटा को एन्क्रिप्ट कर रहे हैं. क्योंकि यह किसी व्यक्ति को पहचानने और उसका यूज करने को और भी ज्यादा मुश्किल बना देता है. इसी को ध्यान में रखकर पर्सनल डाटा अब एन्क्रिप्ट किया गया है.