अपने मेंटर योगेश्वर दत्त की सलाह मिलने के बाद स्टार पहलवान बजरंग पूनिया के राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार के लिए उनकी अनदेखी किए जाने के खेल मंत्रालय के फैसले के खिलाफ जाने की अब उम्मीद नहीं है। योगेश्वर ने बजरंग को सलाह दी है कि इस मामले में पड़ने के बजाय वह अगले महीने होने वाली विश्व चैंपियनशिप की तैयारी पर अपना ध्यान लगाएं।
देश के सबसे बड़े खेल सम्मान के लिए अपनी अनदेखी के बाद बजरंग ने गुरुवार को खेल मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौर से मुलाकात की थी, जिन्होंने उन्हें आश्वासन दिया था कि वह उनके मामले पर विचार करेंगे।
24 साल के पहलवान बजरंग ने कॉमनवेल्थ गेम्स और एशियन गेम्स में स्वर्ण पदक अपने नाम किए थे। उन्होंने कहा था कि अगर उन्हें शुक्रवार शाम तक अनुकूल जवाब नहीं मिलता है तो उन्हें न्याय के लिए अदालत का दरवाजा खटखटाने के लिए बाध्य होना पड़ेगा। लेकिन, खेल मंत्रालय के उनके दबाव के आगे झुकने की संभावना नहीं है। ऐसे में योगेश्वर ने बजरंग को आगे बढ़ने की सलाह दी और विश्व चैंपियनशिप की तैयारियों पर अपना ध्यान लगाने को कहा।