सिर्फ क्लीजिंग या मॉइश्चराइजिंग के जरिए ही स्किन को ब्यूटीफुल नहीं बनाया जा सकता, बल्कि अपने डेली रूटीन में हम क्लीजिंग से लेकर मॉइश्चराइजिंग, टोनिंग, सीरम व सनस्क्रीन जैसे कई प्रॉडक्ट्स को यूज करते हैं। लेकिन अगर इन प्रॉडक्ट्स को इस्तेमाल करने के बाद भी आपको वह रिजल्ट न मिले, जिसकी आपको चाहत हो तो। क्या आपने कभी सोचा है कि ऐसा क्यों होता है। इसके पीछे मुख्यतः दो ही कारण होते हैं।
स्किन का ख्याल रखने के लिए सिर्फ क्लीजिंग या मॉइश्चराइजिंग ही काफी नहीं होती। आपको टोनर से लेकर स्पॉट करेक्टर व सनस्क्रीन आदि की जरूरत होगी। इसलिए यह बेहद जरूरी है कि आप दो प्रॉडक्ट को लगाने के बीच में उसे स्किन में अब्जार्ब होने का समय दें। साथ ही दूसरा प्रॉडक्ट अप्लाई करने से पहले स्किन को कुछ देर सांस भी लेने दें ताकि वह प्रॉडक्ट आपकी स्किन को फायदा पहुंचाए, नुकसान नहीं।
गलत स्किन केयर प्रॉडक्ट का चयन और दूसरा उसे सही तरह से अप्लाई न करना। चूंकि आजकल हर स्किन केयर प्रॉडक्ट के उपर लिखा होता है कि वह किस तरह की स्किन के लिए बनाया गया है, तो आपको परेशान होने की जरूरत नहीं होती। अगर फिर भी आपको दुविधा है तो आप ऑल स्किन टाइप वाले स्किन केयर प्रॉडक्ट को चुन सकती हैं। इस तरह के प्रॉडक्ट हर तरह की स्किन के लिए काम करते हैं। अब गलत स्किन केयर प्रॉडक्ट चुनने का सवाल पैदा नहीं होता। तो बारी आती है दूसरी गलती की यानि स्किन केयर प्रॉडक्ट को सही तरह से अप्लाई न करने की।
दो प्रॉडक्ट्स के बीच में कितना समय का गैप दिया जाए, इसके लिए कोई निश्चित समय नहीं है। बस आपको इस बात का ध्यान रखना है कि आप जिस भी प्रॉडक्ट को अप्लाई कर रही हैं। वह स्किन पर लगने के बाद ड्राई हो जाए। जब प्रॉडक्ट स्किन के उपर नजर नहीं आता तो इसका अर्थ है कि वह स्किन में अंदर अब्जार्ब हो गया है। अब आप दूसरा प्रॉडक्ट स्किन पर लगा सकती है। इसमें कुछ सेंकड में लग सकते हैं और एक पूरा मिनट भी।