तीन महीने पहले अपने घर में कथित रूप से पंखे से लटके पाए गए अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत की जांच फिर से तीनों दिशाओं में रफ्तार पकड़ रही है। बीच में पूरी जांच नशीले पदार्थों के सेवन की तरफ ही जाती दिख रही थी लेकिन इस मामले में रिया चक्रवर्ती, उनके भाई शौविक चक्रवर्ती व सात अन्य लोगों की गिरफ्तारी के बाद फोकस फिर से सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय की तरफ घूम गया है।
पटना के राजीव नगर थाने में दर्ज कराई गई जिस एफआईआर का संज्ञान लेते हुए प्रवर्तन निदेशालय ने इस पूरे मामले में 15 करोड़ रुपये के कथित घपले की जांच शुरू की है, वह अब उन फिल्म निर्माताओं तक पहुंचने लगी है जिन्होंने सुशांत सिंह राजपूत के साथ फिल्में बनाई हैं। समझा जा रहा है कि इन निर्माताओं ने सुशांत सिंह राजपूत को जो रकम अपनी फिल्मों या आगे प्रस्तावित फिल्मों में काम करने के लिए दी, उसका हिसाब नहीं मिल रहा है।
इसी सिलसिले में हिंदी फिल्मों के बड़े निर्माता दिनेश विजन तक भी प्रवर्तन निदेशालय की जांच पहुंची है। दिनेश विजन से लगातार आठ घंटे तक कड़ी पूछताछ की गई और सोमवार देर शाम जब वह इस पूछताछ से बाहर निकले तो उनके चेहरे पर हवाइयां उड़ रही थीं।
दिनेश विजन को फिल्म कारोबार विरासत में मिला है और अपनी करीबी दोस्त कृति सेनन के लिए ही उन्होंने सुशांत सिंह राजपूत को फिल्म ‘राब्ता’ में साइन किया था। तमाम दोस्तों के मना करने के बाद भी ‘राब्ता’ का निर्देशन खुद दिनेश विजन ने ही किया।
प्रवर्तन निदेशालय को यह जानकारी भी मिली है कि दिनेश विजन ने इस फिल्म की मेकिंग के दौरान पानी की तरह पैसा बहाया। सुशांत से उन्होंने इस फिल्म के बाद अपनी दूसरी फिल्म के लिए भी बातचीत की थी और उस फिल्म के लिए क्या डील हुई, इस बारे में भी दिनेश से पूछताछ चल रही है।
चर्चा इंडस्ट्री में ये भी है कि कृति सेनन की आय और उनके मुंबई में रहन सहन के स्तर की जांच भी इसमें शामिल हो सकती है। कृति सैनन को दिनेश विजन ने ही हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में पैर जमाने में सबसे ज्यादा मदद की है और सुशांत सिंह राजपूत की पार्टियों में भी वह नियमित शामिल होती रही हैं।
इस बीच इस मामले में शामिल हुई नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने अपनी जांच का दायरा बढ़ाते हुए महाराष्ट्र के दूसरे शहरों में भी ड्रग्स नेटवर्क की जांच शुरू की है। एनसीबी ने अब तक जिन लोगों को इस मामले में गिरफ्तार किया है, उससे ये पता चला है कि ड्रग्स का नेटवर्क मुंबई के अलावा देश के दूसरे शहरों में भी फैला हुआ है। मुंबई के होटलों, फार्महाउसों और दूसरे स्थानों पर इनकी आपूर्ति के मिले सुरागों पर भी एनसीबी लगातार काम कर रही है।
इस पूरे मामले में अब तक अगर कुछ नहीं सामने आया है तो वो ये कि सुशांत सिंह राजपूत की क्या वाकई हत्या हुई थी? 14 जून से इस मामले को लेकर मचे हंगामे के तमाम दूसरी बातों से जुड़ चुके हैं, लेकिन जिस मूल सवाल को सबसे पहले कंगना रणौत ने ही उठाया था और ये कहा था कि सुशांत सिंह राजपूत की हत्या हुई है, उनसे अब तक इस मामले में सीबीआई ने कोई पूछताछ नहीं की है। सीबीआई आधिकारिक रूप से भी इस बारे में कुछ भी कहने से कतरा रही है।