भारतीय कम्यूनिस्ट पार्टी (भाकपा) के युवा नेता तथा जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार शनिवार को बिहार के अरवल जिले में थे। उन्होंने एनसीआर, एनपीआर व सीएए के विरोध में निकाली गई जन मन यात्रा के तहत अरवल में सभा को संबोधित किया। उन्होंने सीएए के बहाने केंद्र सरकार और राज्य सरकार पर जमकर निशाना साधा। बिहार में फैले चमकी बुखार को लेकर बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय को भी लपेटे में लिया। उधर, कन्हैया की सुरक्षा में पुलिस की जबर्दस्त तैनाती की गई थी। उन्होंने यह भी कहा कि अपने देश में लश्कर से संबंध रखने वाले को कुछ नहीं कहा जाता है, जबकि कविता लिखने वाले देशद्रोही हो जाते हैं।
भाकपा नेता कन्हैया कुमार ने अरवल के गांधी मैदान आयोजित सभा को संबोधित करते हुए कहा कि पिछले साल मुजफ्फरपुर में चमकी बुखार से काफी संख्या में बच्चों की मौत हो गई। लेकिन केंद्र तथा राज्य सरकार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय को उसकी सुध लेने की फुर्सत नहीं थी। वहीं, एेसे ही मामले में बच्चों की सेवा कर रहे डॉक्टर वसी को जेल में डाल दिया गया।
उन्होंने कहा कि इस देश में लश्कर से संबंध रखने वाले देशद्रोह घोषित नहीं किए जाते हैं, लेकिन कविता लिखने वाले लोग देशद्रोही हो जाते हैं। उन्हाेंने कहा कि मुझसे पूछा जाता है कि कैसी आजादी चाहते हैं आप, इस पर मेरा स्पष्ट कहना है कि संविधान में जो अधिकार मिला है, वह सभी लोगों तक पहुंचे इस आजादी की मांग है मेरी।
उन्होंने कहा कि आज देश में नफरत की राजनीति हो रही है। आम आवाम केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार की नीतियों से काफी परेशान हैं। दिन-प्रतिदिन गरीबी बढ़ती जा रही है। बेरोजगारी बढ़ती जा रही है। रोजगार के अभाव में युवाओं में भटकाव आ गया है। लेकिन, सरकार को इन सबसे कोई मतलब नहीं है। उन्होंने कहा कि एनसीआर, सीएए तथा एनपीआर को लेकर पूरे देश में विरोध है। इसके बाद भी सरकार हठधर्मिता अपनाए हुए है।