गर्म हवाओं की फ्रीक्वेंसी और उसकी समयसीमा अगले साल की शुरुआत से बढ़ने वाली हैं। यह कहना है इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ ट्रोपिकल मिटियोरोलॉजी (आईआईटीएम) के एक शोध का। शोध में कहा गया है कि ‘अल निनो मोडोकी’ एक मौसम प्रणाली जो अल नीनो से भिन्न है, वह भारत में गर्म हवाओं के बढ़ने का कारण हो सकती है।