आपने देखा होगा कि, लोग अपने हाथ में कई तरह की अंगूठी पहनते हैं। कहते हैं कि यह मंगल व सूर्य ग्रह को शांत करने के लिए पहना जाता है। मानव प्रवर्ति में कई स्वभाव होते हैं। कोई इंसान हर वक्त खुश रहता है, तो दुखी, वहीं कुछ लोगों को ज्यादा गुस्सा आता है, तो कुछ को कम। ऐसे में आज हम उन व्यक्तियों के लिए एक ख़ास बात बताने जा रहे हैं जिनको अधिक गुस्सा आता है।
तांबे का धातू पहनने के अचूक लाभ
गौरतलब है कि, आप सभी ने देखा होगा कि, लोग अपने हाथों की उंगलियों में अलग-अलग प्रकार की धातू पहनते हैं। वहीं अगर ज्योतिष शास्त्र की मानें तो धातुओं और ग्रहों का घनिष्ठ संबंध है और अगर ग्रह विपरीत हों, तो व्यक्ति के जीवन पर काफी नकारात्मक असर होता है। इसी के साथ शुभ-अशुभ फल के पीछे भी यही ग्रह कारक होते हैं। ऐसा कहा जाता है कि, धातुओं में तांबा शुद्ध व शांत धातु मानी गई है और इसका संबंध मंगल व सूर्य से होता है। ऐसे में अगर सूर्य या मंगल कमजोर हो, तो तांबे की अंगूठी या छल्ला धारण करने से आपको अधिक लाभ पहुंचेगा। साथ ही यह आपके जीवन में काफी बदलाव भी लाता है।
जाहिर है पंडित या ऋषि जिस भी इंसान को हाथों में धातू पहनने की सलाह देते हैं, वह लोग अपने हाथों में तांबे या लोहे की अंगूठी पहनते हैं। कहते हैं तांबे का संबंध सूर्य से होता है। जाहिर है हिंदू धर्म में सूर्य को भगवान की तरह पूजा जाता है। सूर्य को यश और सम्मान का प्रतीक भी माना जाता है, ऐसे में तांबे की अंगूठी धारण करने से व्यक्ति को समाज में पद-प्रतिष्ठा और सम्मान की प्राप्ति भी होती है। वहीं कुछ लोग ऐसा भी कहते हैं कि, कुंडली में सूर्य दोष हो, तो तांबे की अंगूठी को रिंग फिंगर में पहनना चाहिए। ज्योतिषों का मानना है कि अगर मानसिक विकार हो या गुस्सा अधिक आता हो तो तांबा धारण करना चाहिए क्योंकि तांबा वास्तुदोष के साथ ही गुस्से को भी दूर करता है।