जॉन्डिस को पीलिया भी कहा जाता है। जिसके कारण व्यक्ति के त्वचा या आंखें के सफेद हिस्से पीले रंग के होने लग जाते हैं। पीलिया आपके शरीर में मौजूद तरल पदार्थों में भी बदलाव कर सकता है जैसे- पेशाब का रंग भी पीला हो जाना तो अगर आपको पीलिया हो गया है ऐसे में जानना जरूरी है कि क्या खाना अवॉयड करें।
पीलिया या जॉन्डिस एक ऐसा रोग है, जो बल्ड में बिलीरुबिन बढ़ने से होता है। इससे रोगी की त्वचा और आंखें पीली पड़ने लगती हैं, साथ ही शरीर में ब्लड की भी कमी होने लगती है। इस बीमारी में खानपान का खास ख्याल रखना पड़ता हैं क्योंकि किसी भी तरह की लापरवाही स्थिति को और ज्यादा खराब कर सकती है। पीलिया होने पर डॉक्टर्स कुछ खास तरह की चीज़ों खाने से मना करते हैं क्योंकि ये लीवर को बुरी तरह से प्रभावित कर सकते हैं। तो आज के लेख में हम यही जानने वाले हैं कि जॉन्डिस होने पर आपको क्या चीज़ें नहीं खानी चाहिए।
पीलिया होने पर क्या नहींं खाना चाहिए?
1. तला-भुना
एक्सपर्ट्स पीलिया के मरीजों को खानपान से जिस चीज़ को सबसे पहले आउट करने की सलाह देते हैं वो है तला-भुना और मिर्च मसालेदार भाेजन, क्योंकि इससे भी लिवर पर असर पड़ता है। जॉन्डिस से जल्द रिकवरी के लिए जितना हो सके सादा भोजन करें।
2. चाय और कॉफी
चाय और कॉफी में कैफीन पाया जाता है, जिसका ज्यादा मात्रा में सेवन सेहत के लिए नुकसानदेह होता है खासकर पीलिया के मरीजों के लिए, तो इससे भी परहेज करें।
3. जंक फूड्स
पीलिया होने पर बेशक खाने का दिल नहीं करता, ऐसे में लगता है कि जो दिल को अच्छा लग रहा है वो खा लो और ऐसे में लोग जंक, प्रोसेस्ड, मीठी चीज़ें कुछ भी खाने लगते हैं, लेकिन ये बिल्कुल सही नहीं। पीलिया होने पर जंक फूड्स का सेवन एकदम बंद कर दें क्योंकि इनमें किसी तरह के पोषक तत्व नहीं पाए जाते है, जिससे ये सिर्फ फैट बढ़ाने का काम करते हैं और कुछ नहीं। पीलिया के मरीज को फैट बढ़ाने वाली चीज़ें नहीं खानी चाहिए।
4. चीनी
रिफाइंड शुगर में बहुत ज्यादा मात्रा में फ्रुकटोज कॉर्न सिरप होता है, जो लीवर में फैट जमा करने का काम करता है, तो पीलिया में कम से कम मीठी चीज़ें खाएं, क्योंकि इसे ज्यादा खाने से लीवर को डाइजेस्ट करने में मुश्किल होती है।
5. केला
जॉन्डिस के मरीजों को केला नहीं खाना चाहिए। ऐसा इसलिए क्योंकि केले में में बहुत अधिक फाइबर मौजूद होते हैं, जो पाचन क्रिया को डिस्टर्ब कर सकता है। इसके अलावा यह आपके शरीर में बिलीरुबिन के लेवल को भी बढ़ाने का काम करता है, जिससे पीलिया और बढ़ जाती है।