उत्तर प्रदेश के कन्नौज स्थित सपा पार्टी कार्यालय में महिला सम्मेलन के दौरान जिस वक्त अखिलेश मंच पर भाषण दे रहे थे तभी एक युवक ने रोजगार पर सवाल पूछ लिया। अखिलेश ने उसे आगे आने को कहा। युवक जैसे ही मंच की बेरीकेडिंग के पास पहुंचा उसने जयश्रीराम बोल दिया।
इस पर अखिलेश ने कहा कि हम तो विष्णु भगवान को भी मानते हैं, कृष्ण भगवान को भी मानते हैं, जरूरी है क्या यही बोलें। इसके बाद मौजूद सपा नेताओं ने उसे भाजपा कार्यकर्ता बताकर पीटना शुरू कर दिया। मौजूद पुलिस ने किसी तरह उसे बचाया और बाहर निकाला। इस वाक्ये से अखिलेश इस कदर नाराज हुए कि उन्होंने मंच की सुरक्षा में तैनात तालग्राम इंस्पेक्टर राजा दिनेश सिंह को जमकर फटकार लगा दी।पूछा कि आखिर उनके रहते भाजपा का आदमी यहां तक कैसे पहुंच गया। उन्होंने युवक से जान का खतरा भी बताया। कहा कि युवक बैग टांगे था उसमें क्या था किसे क्या मालुम? उसका बैग चेक होना चाहिए। अखिलेश यही नहीं रुके, तालग्राम इंस्पेक्टर को चेतावनी दी कि जब तक वह उस युवक का नाम और पता नहीं बता देते तब तक वह कहीं नहीं जाएं।
भाषण समाप्त होने पर अखिलेश ने फिर युवक का नाम और पता इंस्पेक्टर से पूछ लिया। जब उन्होंने मंच से युवक का नाम और पता पूछ लिया तब भाषण समाप्त किया। तिर्वा में पत्रकारों से वार्ता के दौरान अखिलेश ने कहा कि भाजपा यह न समझे कि अपने कार्यकर्ता को भेजकर हमारी चुनावी जनसभा या कार्यक्रम खराब कर सकते हैं, वह भी कन्नौज में फिर कार्यक्रम नहीं कर पाएंगे यह याद रखना।