कहा जाता है कि प्रेम की कोई सीमा नहीं होती आपने सुना होगा कि अक्सर यह है कहावत कही जाती है कि प्यार अंधा होता है. यानी कि प्रेम हमें सभी बंधनों को पीछे छोड़कर एक दूसरे के साथ जिंदगी बिताने का सन्देश देता है. गौरतलब है कि दुनिया भर में ऐसे कई प्रेम कहानियां सुनी है. जिन्हें आज भी याद किया जाता है और उनकी पवित्र प्यार के लिए सराहा जाता है. हमने अक्सर टेलीविजन पर लैला मजनू, मिर्जा-साहिबा, हीर रांझा जैसी लव स्टोरीज देखी है और बड़ी थी.
जैसा कि हम सब जानते हैं कि कई साहित्यकारों और कवियों ने भी अपनी किताबों में प्रेम कहानियों को ऐसे बयान किया है जैसे कोई शख्स खुदा से प्यार करता हो. कहा जाता है कि प्रेम की कोई सीमा नहीं होती प्रेम किसी जाति धर्म को नहीं देखता यह दो दिलों के बीच में होता है और इसमें बोल दो दिल एक दूसरे से मोहब्बत करने लगते हैं इसके बाद दुनिया की हर चीज हसीन हो जाती है.
आज हम आपको एक ऐसे ही प्रेम कहानी के बारे में बताने जा रहे हैं. जहां एक मुस्लिम एसडीएम ने हिंदू प्रोफेसर से शादी की है. आपको बता दें कि यह मामला उत्तर प्रदेश का है जहां उत्तर प्रदेश की प्रशासनिक अधिकारी एसडीएम अंजुम खान ने एक हिंदू के साथ प्रेम विवाह कर लिया है. आपको बता दें कि है दोनों एक साथ कॉलेज में पढ़ते थे और यहीं पर इनकी पहली मुलाकात की इसके बाद वह दोनों इतने करीब आ गए हैं कि उन्हें कब प्यार हो गया यह उन्हें एहसास ही नहीं हुआ.
आज दोनों के बीच प्यार इस कदर बढ़ चुका है कि उन्होंने शादी करने का फैसला ले लिया. आपको बता दें कि जो खान इसमें प्रोफेसर के साथ कोर्ट में शादी कर ली है और अब यह दोनों अपना सुखी जीवन व्यतीत करने के लिए तैयार है. जानकारी के लिए बता दें कि अंजुम खान उत्तर प्रदेश में प्रशासनिक अधिकारी हैं जबकि उनके प्रेमी और पति लखनऊ के कॉलेज में प्रोफेसर है साथ ही यह भी जान लीजिए कि अंजुम खान मूल रूप से पीलीभीत के है. गौरतलब है कि ऐसे वक़्त में जब हिन्दू-मुस्लिम शादी का विरोध बढ़ चढ़ कर होता है. ऐसे वक़्त में अंजुम खान ने एक मिसाल पैदा की है.