नए साल पर हरियाणा के भिवानी में चट्टान खिसकने के बाद हुए हादसे ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं. इस हादसे में अब तक चार लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं कई लोग अभी भी फंसे बताए जा रहे हैं. आज NDRF और Army राहत और बचाव में जुटी हैं.
पहाड़ों से गिर सकती हैं और भी चट्टाने
भिवानी के डाडम इलाका में पहाड़ों के नीचे खनन चल रहा था. पहाड़ खिसकने से 6 गाड़ियां जमीन में धंस गई. जिस तरीके से जेसीबी मशीन चकनाचूर हो गई उससे इस खतरनाक हादसे की भयावता समझी जा सकता है. ये हादसा कल सुबह साढ़े आठ बजे के आसपास हुआ था. लोगों के दबे होने की आशंका से अब भी राहत कार्य जारी है. आशंका इस बात की भी है कि पहाड़ों से और भी चट्टाने गिर सकती हैं, जिससे नया हादसा हो सकता है.
हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा ने आरोप लगाया है कि हादसे के पीछे घोटाला है, जिसकी वजह से जिम्मेदार लोगों ने आंखें मिंची रखीं. भूस्खलन के बाद हरियाणा के मंत्री जे.पी. दलाल घटनास्थल ने भी मौके का दौरा किया. वहीं प्रशासन का कहना है कि जिम्मेदार लोगों को छोड़ा नहीं जाएगा.
सवाल उठते हैं-
- क्या खनन से पहले जरूरी जांच नहीं हुई थीं?
- क्या कर्मचारियों की सुरक्षा का ध्यान नहीं रखा गया था?
- सुप्रीम कोर्ट की रोक के बाद भी खनन क्यों हो रहा था?
खनन नहीं होता तो पहाड़ी इस तरह दरकती भी नहीं. अब सवाल है कि क्या प्रशासनिक लापरवाही जिम्मेदार है, भ्रष्टाचार जिम्मेदार है है या ज्यादा मुनाफा कमाने की होड़ इन मौतों के लिए जिम्मेदार है.