मेरठ, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गुरुवार को करीब पौने एक बजे सरदार पटेल कृषि विश्वविद्यालय में आयोजित हो रहे सम्मान समारोह में पहुंचे। वे गाजियाबाद से सड़क मार्ग से यहां पर पहुंचे हैं।अपने संबोधन में सीएम योगी ने कहा कि 1857 की क्रांति की धरा को नमन। पैरालंपिक खिलाड़ियों का स्वागत करता हूं। संबोधन से पूर्व सीएम योगी ने भारत माता की जय और वंदे मातरम के नारे लगवाए। कहा कि कोरोना महामारी के बावजूद मोदी, अनुराग ठाकुर के नेतृत्व में भारतीय खिलाड़ियों का अब तक का सबसे बेहतरीन प्रदर्शन है। सभी को ऐसे खिलाड़ियों का स्वागत करना चाहिए।
मेरठ के खेल उत्पादों की चर्चा
सीएम बोले कि कार्यक्रम के मुख्य अतिथि हैं, लेकिन सुबह 8.30 बजे अनुराग ठाकुर पहुंच गए और खुद व्यवस्था में जुट गए। कुछ नया करना पड़े तो पैरालंपिक व अन्य खिलाड़ियों के लिए उसे किया जाएगा। मेरठ की जब बात होती है तब खेल उत्पाद के लिए भी जाना जाता है। एक जनपद एक उत्पाद की योजना शुरू हुई है। यह अर्थव्यवस्था को गति देगा। मेरठ का चयन बड़े शोध के बाद खेल में किया गया। मेरठ में जो खेल उत्पाद बनते हैं उनकी गुणवत्ता अलग है। हर सांसद निमंत्रण दे रहे हैं कि सांसद खेल प्रतियोगिता में मंत्री जरूर आएं। प्रधानमंत्री का यह कदम सराहनीय है। हर सांसद निमंत्रण दे रहे हैं कि सांसद खेल प्रतियोगिता में मंत्री जरूर आएं। प्रधानमंत्री का यह कदम सराहनीय है। भारत के पैरालंपिक दल में आठ खिलाड़ी उत्तर प्रदेश से थे। योगी ने डीएम सुहास एल वाई की कोरोना प्रबंधन को लेकर सराहना की। राज्य सरकार ने सुहास को पांच वेतन वृद्धि दी। पैरालंपिक में स्वर्ण पदक जीतने वालों को 2 करोड़, रजत को डेढ़ करोड़ और कांस्य पदक को एक करोड़ और प्रतिभागी 25 लाख की पुरस्कार राशि आज प्रदान की जा रही है।
खेल इंफ्रास्ट्रक्चर पर काम
अपने संबोधन में सीएम ने कहा कि सभी प्रशिक्षक को भी 10 लाख रुपये दिए जाएंगे। साढ़े चार साल में खेल इंफ्रास्ट्रक्चर पर काम किया है। दो अंतरराष्ट्रीय खेल स्टेडियम बनाए। 11 वेटलिफ्टिंग हाल बनाए। 44 छात्रावास संचालित किए। तीन खेल कॉलेज लखनऊ, इटावा व गोरखपुर में संचालित किए जा रहे हैं। खेल महत्वपूर्ण होता है। शारीरिक दिव्यांगता को दरकिनार करके खेला यह अभिनंदनीय है। हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद के नाम पर होगा खेल विश्वविद्यालय का नाम। अब शुरू हुआ खिलाड़ियों का सम्मान। सीएम योगी का संबोधन खत्म। अवनी को मिलेगा देश का सर्वोच्च खेल रत्न पुरस्कार। भारत सरकार की घोषणा के बारे में बताया गया।
यह बोले प्रदेश के खेल मंत्री
कार्यक्रम स्थल पर सीएम योगी के संबोधन से पहले प्रदेश सरकार के खेल मंत्री उपेंद्र तिवारी ने अपने संबोधन में कहा कि खिलाड़ी अपने लिए नहीं खेलता है। वह प्रदेश और देश के लिए खेलता है। 73 वर्षों से पैरा खिलाड़ियों की मांग लंबित थी। उसे मुख्यमंत्री ने पूरा किया। उन्हें भी अन्य खिलाड़ियों की तरह मान सम्मान मिलेगा। कुश्ती एकेडमी की स्थापना की गई। 75 जिलों में खेल इंफ्रास्ट्रक्चर की व्यवस्था की। मुख्यमंत्री ने तमाम सुविधाएं प्रदान की। अनुदान की धनराशि पांच लाख से 25 लाख किया। इसके बाद उन्होंने कहा कि खेल विभाग सुविधाएं देने में लगा है। उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा युवा रहते हैं।
टोक्यो ओलिम्पिक का वीडियो
उपेंद्र तिवारी सभी खेल विधाओं व प्रतियोगिता में दी जानी वाली अनुदान राशि की जानकारी दी। सभी राशि कई गुना बढ़ाई गई है। इसके बाद टोक्यो ओलिम्पिक का वीडियो दिखाया गया, इसमें देश के खिलाड़ियों के एडिट शॉट्स हैं। खिलाड़ियों के लिए ताली के आह्वान पर मुख्यमंत्री भी बजा रहे हैं ताली। कार्यक्रम के इसके बाद केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान का संबोधन शुरू हुआ। उन्होंने कहा कि जो काम पहले हरियाणा में हुआ करता था उसे अब मुख्यमंत्री योगी ने उत्तर प्रदेश में भी सम्मान समारोह शुरू किया। हरियाण व पश्चिम उत्तर प्रदेश खेल में आगे रहा है। जो खेल विश्वविद्यालय का उपहार मिला है उससे लाभ मिलेगा।
इसके बाद मंच से केंद्रीय सामाजिक अधिकारिता मंत्री का संबोधन शुरू हुआ। उन्होंने कहा कि योगी जी ने जो परंपरा शुरू की है। पैरालंपिक के खिलाड़ियों का सम्मान करने का ऐतिहासिक कार्य किया है। इन खिलाड़ियों ने देश का मान बढ़ाया है। प्रधानमंत्री मोदी ने देश स्तर पर सुविधाएं बढ़ाई। उत्तर प्रदेश सरकार नए स्टेडियम का निर्माण कर रही है। उत्तर प्रदेश सरकार नए स्टेडियम का निर्माण कर रही है। स्पेशल क्रिकेट ओलंपिक में सफलता हासिल की। इसका मतलब उन्हें सुविधाएं मिलें तो वे किसी से कम नहीं हैं। केंद्र सरकार ने 2016 में दिव्यांग सशक्त जन कानून लाई। 2014 से 20020 तक सहायक उपकरणों का वितरण किया गया। नकद पुरस्कार की घोषणा भी प्रदेश सरकार के कदम सराहनीय हैं। इसके बाद अब अपने संबोधन में केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि काम दमदार सोच ईमानदार है। सरकार का मूल मंत्र है। अनुराग ठाकुर ने कहा कि पश्चिम में मेरठ खेल उत्पाद के लिए जाना जाता है। सीएम योगी ने पश्चिम को मान सम्मान दिया। योगी ने मेरठ में भय का माहौल खत्म किया। कहा कि भय और डर खत्म होता है तब बाकी काम गति पकड़ लेते हैं।
कोरोना के दौरान भी सरकार ने सुविधाएं दीं
अनुराग के आह्वान पर मुख्यमंत्री समेत पूरे पांडाल ने खड़े होकर स्वागत किया। ताली बजाई। सांसद खेल कुंभ भी शुरू किया गया है। यह सराहनीय है। खिलाड़ियों के पांडाल में भाषण के बीच बजने लगे ढोल नगाड़े। आज सांसद खेल प्रतियोगिता कर रहे हैं फिर बाकी लोग करेंगे। उन्होंने कहा कि जब कोरोना महामारी थी तब भी सरकार ने सुविधाएं दीं। इसी का परिणाम है कि एक बार मे ही 19 मेडल लेकर आए, 24वां रैंक मिला। कोरोना के समय माइक्रो कटेंमेंट जोन बनाकर इस महामारी से योगी ने प्रदेश को बचाया। खेलो इंडिया गेम्स भी आयोजित कराए। यूनिवर्सिटी गेम्स कराए योगी ने। देश भर के खिलाडिय़ों को यहां बुलाकर सम्मानित करने का शानदार कार्य के लिए उत्तर प्रदेश सरकार की सराहना करते हैं।