कर्नाटक के विधानसभा चुनाव में भाजपा को मिली सफलता से उत्साहित भाजपाइयों ने मंगलवार को दोपहर में प्रदेश भाजपा कार्यालय में ढोल-नगाड़ों व आतिशबाजी के बीच जश्न मनाया। हालांकि, शाम ढलने तक तक बहुमत का जादुई आंकड़ा न छू पाने का मलाल भी चेहरों पर साफ नजर आया। अलबत्ता, संतोष इस बात का था कि कर्नाटक में भाजपा सबसे बड़े दल के रूप में उभरी है और इस जीत के जरिये दक्षिण भारत में भी उसके लिए दरवाजे खुले हैं।
कर्नाटक विधानसभा के चुनाव नतीजों के मद्देनजर भाजपा नेताओं की नजर सुबह से ही टीवी चैनलों पर टिकी हुई थी। सुबह से ही पार्टी के पक्ष में आ रहे रुझानों से उनका उत्साह देखते ही बनता था। बलवीर रोड स्थित भाजपा कार्यालय का नजारा भी कुछ ऐसा ही था। जैसे-जैसे भाजपा के पक्ष में रुझान आते, वैसे-वैसे कार्यालय परिसर भाजपा के नारों से गूंज उठता। दोपहर में कार्यालय परिसर में बाकायदा जश्न का आयोजन किया गया।
इस दौरान ढोल-नगाड़ों के साथ ही डीजे पर बजने वाले ‘हर मन मोदी-जन-जन मोदी’ गीत पर पार्टी कार्यकर्ता खूब थिरकते रहे। डेढ़ बजे प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट और फिर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, पूर्व मुख्यमंत्री डॉ.रमेश पोखरियाल निशंक समेत अन्य पार्टी नेताओं के पहुंचने पर कार्यकर्ताओं ने फूल-मालाओं से उनका स्वागत किया।
इस दरम्यान आतिशबाजी भी की गई। साथ ही एक-दूसरे को मिठाई खिलाकर खुशी का इजहार किया गया। कार्यक्रम में भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एवं विधायक बिशन सिंह चुफाल, प्रदेश प्रवक्ता एवं विधायक मुन्ना सिंह चौहान, विधायक आदेश चौहान, प्रदेश महामंत्री नरेश बंसल प्रदेश मीडिया प्रभारी डॉ.देवेंद्र भसीन, प्रदेश मंत्री सुनील उनियाल गामा, महानगर अध्यक्ष विनय गोयल, सहमीडिया प्रभारी बलजीत सोनी, शादाब शम्स, महिला मोर्चा अध्यक्ष नीलम सहगल, अनिल गोयल, पुनीत मित्तल आदि मौजूद थे। हालांकि, दिन में भाजपा नेता पूरी तरह आश्वस्त थे कि कर्नाटक में भाजपा सरकार बनाएगी। इसका दावा भी किया गया, लेकिन शाम तक चेहरों पर बहुमत का आंकड़ा न छू पाने का मलाल भी देखा गया।
सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि कर्नाटक की सफलता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विकास के एजेंडे पर जनता की मुहर और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की कुशल रणनीति का परिणाम है। केंद्र में भाजपा की सरकार बनने पर प्रधानमंत्री मोदी ने साफ किया था कि राजनीति का मुद्दा विकास होना चाहिए। इन चार वर्षों में प्रधानमंत्री ने दुनिया के सामने विकास का मॉडल रखा है। कर्नाटक के नतीजों ने 2019 में होने वाले लोकसभा चुनावों के परिणाम के संकेत भी दे दिए हैं।