भारतीय जब अपनी कार से सामान उतारने के लिए एक टिपर ट्रक तैयार कर रहा था तभी उसे एक रिवर्सिंग व्हील लोडर ने टक्कर मार दी। सिंगापुर सिविल डिफेंस फोर्स ने कहा कि वाहन की टक्कर तेज थी जिसके बाद एक पैरामेडिक ने उसे घटनास्थल पर ही मृत घोषित कर दिया। इस साल सिंगापुर में कार्यस्थल पर ही 14 लोगों की मौत हुई है।
HIGHLIGHTS
- सिंगापुर में कार्यस्थल पर वाहन की चपेट में आने से 33 वर्षीय भारतीय श्रमिक की मौत।
- कार से सामान उतारते वक्त हुआ हादसा।
- सिंगापुर में एक साल में कार्यस्थल पर 14 लोगों की जा चुकी है जान।
सिंगापुर में एक कार्यस्थल पर वाहन की चपेट में आने से 33 वर्षीय एक भारतीय श्रमिक की मौके पर ही मौत हो गई। द स्ट्रेट्स टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, युवक बीएसएन टेक इंजीनियरिंग में कार्यरत ड्राइवर था और जुरोंग वेस्ट में स्टार रेडी-मिक्स की साइट पर काम कर रहा था।
जनशक्ति मंत्रालय (एमओएम) के अनुसार, वह सामान उतारने के लिए एक टिपर ट्रक तैयार कर रहा था, तभी उसे एक रिवर्सिंग व्हील लोडर ने टक्कर मार दी, जिसका उपयोग निर्माण स्थलों पर सामग्री उठाने के लिए किया जाता है।
वाहन की टक्कर से हुई मौत
सिंगापुर सिविल डिफेंस फोर्स ने कहा कि वाहन की टक्कर तेज थी, जिसके बाद एक पैरामेडिक ने उसे घटनास्थल पर ही मृत घोषित कर दिया। एमओएम ने कहा कि वह मामले की जांच कर रही है और उसने स्टार रेडी-मिक्स को वहां सभी वाहनों का संचालन बंद करने का निर्देश दिया है।
पहले भी कार्यस्थल पर हादसे में गई भारतीय की जान
एमओएम ने आगे कहा कि एक सामान्य सुरक्षा उपाय के रूप में नियोक्ताओं को वाहनों से जोखिम को कम करने के लिए एक उचित यातायात प्रबंधन योजना लागू करनी चाहिए। यह घटना 20 वर्षीय भारतीय नागरिक की कार्यस्थल पर हुई मौत के ठीक बाद आई है, जिसकी सिंगापुर में एक इमारत का हिस्सा गिरने से मौत हो गई थी। पिछले महीने छह घंटे से अधिक समय तक चले बचाव अभियान में उनका शव मलबे से बाहर निकाला गया था।
कार्यस्थल पर एक साल में 14 मौतें
इस साल सिंगापुर में कार्यस्थल पर 14 मौतें हुई हैं, वहीं, 2022 में 46 मौतें दर्ज की गईं थी। यह 2016 के बाद से दर्ज की गई सबसे अधिक संख्या है, उस समय 66 लोगों की मौत हुई थी।
एमओएम ने कार्यस्थल पर होने वाली मौतों में वृद्धि को रोकने के लिए 1 सितंबर 2022 से 28 फरवरी 2023 तक छह महीने की बढ़ी हुई सुरक्षा अवधि लगाई थी, लेकिन अतिरिक्त उपाय पेश करने के साथ-साथ इसे 31 मई तक बढ़ा दिया था।