गर्मी के मौसम में सेहत के साथ त्वचा को भी एक्स्ट्रा केयर की जरूरत होती है इसकी कमी से स्किन डल, ड्राय और कील-मुंहासों का शिकार होने लगती है। तो बहुत जरूरी है सही स्किन केयर रूटीन औ प्रोडक्ट्स इस्तेमाल करना जिससे हमारी त्वचा हेल्दी एंड ग्लोइंग बनी रहे। इसके लिए अपने स्किन केयर रूटीन में शामिल करें हयालूरोनिक एसिड, जो तेज़ी से ब्यूटी वर्ल्ड में अपनी जगह बना रहा है। यह वैसे तो मानव शरीर में प्राकृतिक रूप से मौजूद होता है, जो स्किन को हाइड्रेट और जवां बनाए रखने में मदद करता है। इसके अलावा त्वचा की मरम्मत करने, कैंसर से बचाने, घाव भरने, एंटी इंफ्लेमेटरी और इम्युनोमोड्यूलेशन जैसी और दूसरी जैविक प्रक्रियाओं में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। तो गर्मियों में त्वचा की चमक को बरकरार रखने के लिए हयालूरोनिक एसिड है बेस्ट।
एसिड को शामिल करने की 5 वजहें
त्वचा रहती है हाइड्रेट- हयालूरोनिक एसिड एक पॉवरफुल ह्यूमेक्टेंट है, जो पानी में अपने वजन का 1000 गुना तक धारण कर सकता है, जिससे यह त्वचा के लिए एक बेहतरीन मॉइस्चराइजर बन जाता है। अपने स्किनकेयर रूटीन में हयालूरोनिक एसिड को शामिल करें जो आपकी त्वचा को हाइड्रेट, कोमल और चमकदार बनाए रखता है।
वॉल्यूम बढ़ाए- हयालूरोनिक एसिड स्किन की इलॉस्टिसिटी और कसावट में सुधार करके उम्र बढ़ने के संकेतों को कम करने में भी मदद कर सकता है। जैसे-जैसे हमारी उम्र बढ़ती है, हमारी त्वचा अपनी प्राकृतिक नमी खोती जाती है, जिससे महीन रेखाएं, झुर्रियां और सैगिंग हो सकती हैं। त्वचा को प्लम्प करके, हयालूरोनिक एसिड आपको जवां लुक दे सकता है। इसमें एंटीऑक्सीडेंट गुण भी होते हैं जो त्वचा को फ्री रेडिकल्स से होने वाले नुकसान से भी बचा सकते हैं, जो असमय बुढ़ापे की एक प्रमुख वजहों में से एक होते हैं।
बाय-बाय सन डैमेज- लंबे समय तक धूप में रहने से सनस्पॉट, हाइपरपिग्मेंटेशन और टैनिंग जैसी समस्याएं हो सकती हैं। हयालूरोनिक एसिड त्वचा में नमी के स्तर को बढ़ाकर और सेल्स के रिप्रोडक्शन को बढ़ावा देकर त्वचा को सूरज की हानिकारक किरणों से होने वाली डैमेजिंग से बचाने में मदद कर सकता है। इससे सनस्पॉट और हाइपरपिग्मेंटेशन की प्रॉब्लम को भी कम करने में मदद मिलती है, जिससे आपकी त्वचा चमकदार और खूबसूरत दिखती है।
हर एक स्किन के लिए परफेक्ट – आम धारणा के विपरीत, हयालूरोनिक एसिड ऑयली और मुहांसों वाली त्वचा सहित हर तरह की स्किन के लिए परफेक्ट है। वास्तव में, यह ऑयल प्रोडक्शन को बैलेंस करने में मदद कर सकता है, जिससे ब्रेकआउट होने की संभावना कम हो जाती है। यह गैर-कॉमेडोजेनिक भी है, जिसका मतलब है कि यह आपके रोम छिद्रों को बंद नहीं करेगा या जलन पैदा नहीं करेगा।
एंटीऑक्सिडेंट लाभ – हयालूरोनिक एसिड में एंटीऑक्सीडेंट गुण भी होते हैं, जो त्वचा को प्रदूषण और मुक्त कणों जैसे पर्यावरणीय तनाव से बचाने में मदद कर सकते हैं। मुक्त कण (फ्री रेडिकल्स) अस्थिर अणु होते हैं जो कोशिकाओं को नुकसान पहुंचा सकते हैं और समय से पहले उम्र बढ़ने में योगदान कर सकते हैं। हयालूरोनिक एसिड वाले प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करके आप अपनी त्वचा को इन हानिकारक प्रभावों से बचाने में मदद कर सकते हैं।