देवरिया। यूपी चुनाव से पहले राजनीति में घमासान जारी है। अब तक तो सिर्फ बसपा के नेता ही बगावत कर रहे थे, लेकिन इस बार मुसीबत अखिलेश सरकार यानि सपा पार्टी पर आई है। खबर है कि सपा को एक बड़ा झटका लगने वाला है। सरकार में काफी दिनों से मंत्री बनने की आस लगाए पूर्व मंत्री और पथरदेवा के विधायक शाकिर अली ने अपने ही पार्टी के नेताओं के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। चर्चा यह है कि शाकिर अली बसपा का दामन थाम सकते हैं।
शाकिर अली ने जिलाध्यक्ष पर साधा निशाना
शाकिर अली ने वरिष्ठ मंत्री ब्रह्माशंकर त्रिपाठी और जिलाध्यक्ष रामएकबाल यादव पर सीधा हमला बोल दिया है। शाकिर ने इन सभी पर बीजेपी को समर्थन करने का आरोप भी लगाया। शाकिर अली ने पिछले चुनाव की चर्चा करते हुए कहा कि मुझे हराने के लिए इन सभी लोगों ने चुनाव में बीजेपी नेता सूर्यप्रताप शाही का समर्थन किया था। उन्होंने कहा कि फिर चुनाव नजदीक आ रहा है तो फिर मुझे बदनाम करने की कोशिशें तेज हो गयी है। चर्चा है कि शाकिर अली अपनी पुरानी पार्टी बसपा के संपर्क में हैं। 2012 में चुनाव जीतने के बाद से ही शाकिर अली विवादों में आते रहे हैं।
इससे पहले बसपा के दो विधायक बीजेपी में हुए थे शामिल
हाल ही में बसपा सुप्रीमो मायावती को उनके ही दो विधायकों ने तगड़ा झटका देते हुए पार्टी का अलविदा कह दिया था। मेरठ जिले के लोकेश प्रजापति विधान परिषद के सदस्य रह चुके हैं। साथ ही पार्टी ने उन्हें राज्यमंत्री का दर्जा भी दिया था। वहीं सिवालखासास से विधायक रह चुके और पार्टी के सीनियर लीडर विनोद हरित ने भी पार्टी का दामन छोड़ भाजपा का दामन थाम लिया था। वहीं वेस्ट के एक और नेता अरुण कुमार सागर ने भी पार्टी छोड़ भाजपा ज्वाइन की थी।
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