New Delhi: DUBAI: सऊदी अरेबिया की आर्मी-पुलिस ने पूर्वी सऊदी के शिया बहुल आबादी के एक कस्बे को पिछले कुछ महीनों से सील कर रखा है, जिस पर मावाधिकार आयोग ने कहा है कि वहां तनाव के हालात हो गए हैं और वहां पुलिस लोगों के साथ मारपीट भी कर रही है।जश्न-ए-आजादीः भगत सिंह की शहादत को बॉलीवुड का सलाम, उनकी शहादत बयान…
सऊदी अथॉरिटी ने पिछले हफ्ते बताया कि उन्होंने अवामिया शहर को पूरी तरह सील कर दिया है । जहां पिछले कुछ महीनों से लोगों और पुलिस के बीच मारपीट की ख़बरे आ रही थी।
मानवाधिकार आयोग ने कहा कि सऊदी आर्मी ने पूरी तरह से अवामिया शहर को सील कर दिया है, जिससे वहां लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है ।
न्यूयॉर्क की एक संस्था ने कहा कि फरवरी और अगस्त में सेटेलाइट के जरिए वहां की तस्वीरें ली गई, जिससे पता चलता है कि वहां बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ है, लोगों की जिंदगी खतरे में है ।
मध्य-पूर्व के मानवाधिकार आयोग के अध्यक्ष का कहना है कि सऊदी अथॉरिटी को तुंरत शहर को आजाद करना चाहिए, वहां से आर्मी-पुलिस को हटाना चाहिए, ताकि लोग साधारण तरीके से जिंदगी जी सकें और अपनी दिनचर्या में लौटे। पुलिस ने वहां पर लोगों की संपत्ति को बहुत नुकसान पहुंचाया है, बहुत लोगों के घर तोड़े गए हैं।
सऊदी अरब का यह शहर जो तेल-समृद्ध है वहां 2011 में भी एक अल्पकालिक विरोध आंदोलन हुआ था। आंदोलन के नेताओं में से एक शिया मौलवी निमर अल-निमर को जनवरी 2016 में आतंकवाद घोषित कर दिया गया था। सऊदी अरेबिया में शिया अल्पसंख्यक समुदाय हैं, जिनकी कुल जनसंख्या सऊदी की जनसंख्या की 10-15% है ।