भारत को “भीख में आजादी” मिलने को लेकर बॉलीवुड फिल्मों की मशहूर एक्ट्रेस कंगना रनौत के विवादित बयान पर देश भर में उनके विरुद्ध कार्रवाई की मांग हो रही है तथा कई स्थानों पर उनके खिलाफ शिकायत भी दर्ज कराई गई है। विपक्ष के साथ-साथ सरकार के कई नेताओं ने भी कंगना रनौत के बयान की आलोचना की है। वही अब शिवसेना सांसद संजय राउत ने कंगना रनौत तथा भारतीय जनता पार्टी पर ज़ोरदार हमले किए हैं।
शिवसेना के मुखपत्र सामना के संपादकीय में लिखा गया है, ‘कंगना बेन रनौत ने एक बम फोड़ा है। इससे भारतीय जनता पार्टी का नकली राष्ट्रवाद बिखर गया। कंगना बेन ने घोषणा की है कि वर्ष 1947 में हिंदुस्तान को स्वतंत्रता नहीं मिली थी, बल्कि भीख मिली थी। देश को वास्तविक स्वतंत्रता वर्ष 2014 में मिली (मतलब मोदी के पीएम बनने पर)। कंगना बेन के इस बयान पर देशभर में तीव्र प्रतिक्रिया सामने आई है। हिंदुस्तानी स्वतंत्रता संग्राम के क्रांतिकारियों का इतना भयंकर अपमान कभी किसी ने नहीं किया था।’
वही कंगना रनौत के बयान के पश्चात् शिकायतों की मांग के बीच कुछ व्यक्तियों ने सड़कों पर उनके विरुद्ध प्रदर्शन किया तथा पुतले भी फूंके। कंगना रनौत से पद्मश्री वापस लेने की भी मांग की जा रही है। इंदौर में स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के वंशजों ने शुक्रवार को कंगना का पुतला फूंका। प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार, चश्मदीदों ने बताया कि ‘स्वतंत्रता सेनानी एवं उत्तराधिकारी संयुक्त संगठन’ से जुड़े व्यक्तियों ने शहर के एमजी रोड पर रनौत का पुतला फूंका। इस के चलते उन्होंने “वीर शहीदों का अपमान, नहीं सहेगा हिंदुस्तान”, “कंगना रनौत मुर्दाबाद” तथा “कंगना रनौत को देश से बाहर करो” जैसे नारे भी लगाए।