संसद के शीतकालीन सत्र से पहले संसद की लाइब्रेरी बिल्डिंग में हुई सर्वदलीय मीटिंग में सभी दलों के प्रतिनिधियों ने सत्र के दौरान उठाए जाने वाले अहम मसलों पर अपनी अपनी राय रखी। संसदीय कार्य मंत्री प्रहलाद जोशी द्वारा बुलाई गई इस बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, संसदीय कार्यराज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल सहित कई दलों के नेता उपस्थित रहे।
इस मीटिंग में कांग्रेस से गुलाम नबी आजाद और अधीर रंजन चौधरी, टीएमसी से डेरेक ओ ब्रायन और सुदीप बंधोपाध्याय, बसपा से सतीश चंद्र मिश्रा, एलजेपी से चिराग पासवान, आप सांसद संजय सिंह भी उपस्थित रहे। इस दौरान अधिकतर विपक्षी दलों ने जम्मू कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता और जम्मू कश्मीर के पूर्व सीएम फारूक अब्दुल्ला और पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरम के संसद सत्र में शामिल करने की मांग की।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने भी जम्मू कश्मीर के पूर्व सीएम और नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला और कांग्रेस के दिग्गज नेता पी चिदंबरम को संसद सत्र में शामिल होने देने की मांग की। इस पर संसदीय कार्यमंत्री ने कहा कि फारूक अब्दुल्ला पर अदालत फैसला लेगा, सरकार नहीं। ग़ुलाम नबी आज़ाद ने फ़ारूक़ अब्दुल्ला को नज़रबंद रखे जाने पर भी सवाल उठाए।