बिहार विधानसभा में भाजपा नेताओं का हंगामा जारी है। भाजपा नेता डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव से इस्तीफे की मांग कर रहे हैं। नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने सीएम नीतीश पर अपराधियों और भ्रष्टाचारियों का मनोबल बढ़ाने का आरोप लगाया।
जमीन के बदले नौकरी मामले में लालू परिवार के खिलाफ सीबीआई और ईडी की जांच के बीच बिहार विधानसभा में पक्ष-विपक्ष का हंगामा जारी है। मंगलवार को सदन की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी सदस्यों ने वेल में आकर हंगामा शुरू कर दिया। भाजपा विधायकों ने तेजस्वी से इस्तीफे की मांग करने लगे
हो-हंगामे के बीच भाजपा विधायकों ने सत्ता पक्ष क नेताओं पर सदन में गाली-गलौज का आरोप लगाया। वहीं, भाजपा विधायक लखेन्द्र पासवान ने माइक तोड़ दिया, जिसके बाद स्पीकर अवध बिहारी चौधरी ने उन्हें फटकार लगाई और सदन की कार्यवाही दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी।
बता दें कि भाजपा भष्ट्राचार के आरोपों से घिरे तेजस्वी यादव के इस्तीफे की मांग कर रही है। नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने सीएम नीतीश पर अपराधियों और भ्रष्टाचारियों का मनोबल बढ़ाने का आरोप लगाया।
वहीं, राजद ने केंद्रीय एजेंसी सीबीआई, ईडी और आयकर की जांच रोकने के लिए सदन में बिल पेश करने की मांग की। राजद ने विधानसभा में यह सवाल उठाया कि राज्य सरकार इस तरह का अध्यादेश लाए कि बगैर राज्य सरकार की अनुमति के इन केंद्रीय एजेंसियों को अपने आपरेशन की अनुमति नहीं मिले। इस क्रम में यह कहा गया कि कई राज्य सरकारों ने अपने यहां इस तरह की व्यवस्था कर रखी है।
वहीं, भाजपा ने किशनगंज में मंदिर में आगजनी की घटना को लेकर भी सरकार से जवाब मांगा। विपक्षी नेताओं ने कहा कि किशनगंज में बहुसंक और अल्पसंख्यक समुदाय के बीच सहज स्थिति नहीं है। सरकार को इसपर जवाब देना चाहिए। इसपर संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा कि जिस पार्टी के सारे सदस्य वेल में आकर हंगामा कर रहे, वह सदन में गरिमा की बात न करें तो बेहतर है।
बता दें कि होली के बाद विधान मंडल की गतिविधियां सोमवार को प्रारंभ हुई। इसी के साथ ही सत्तापक्ष और विपक्ष ने एक दूसरे के खिलाफ विधानसभा परिसर में प्रदर्शन किया। जमीन के बदले नौकरी प्रकरण में सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की कार्रवाई को लेकर सत्तापक्ष और विपक्ष एक दूसरे पर हमलावर हैं।
भाजपा इस मामले में उप मुख्यमंत्री व राजद नेता तेजस्वी यादव के इस्तीफे की मांग कर रही है। विधानसभा की गतिविधियां प्रारंभ होने के साथ ही भाजपा विधायकों ने नारेबाजी कर प्रदर्शन किया। नेता नारे लगा रहे थे कि जब तेजस्वी नाबालिग थे, उसी वक्त वे करोड़ों की संपत्ति के मालिक बन गए थे। जांच एजेंसियां अब जांच कर रही हैं तो पत्ता पक्ष राजनीतिक साजिश के आरोप लगा रहा है।