देश में पहली बार शहरों में पेयजल सर्वेक्षण अवॉर्ड दिए जाएंगे। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु पांच मार्च को उन राज्यों और शहरों को सम्मानित करेंगी जिन्होंने पेयजल की आपूर्ति में उल्लेखनीय कार्य किया है। केंद्रीय आवासन एवं शहरी कार्य मंत्रालय ने मंगलवार को यह जानकारी देते हुए बताया कि पेयजल के मामले में अलग-अलग क्षेत्रों में बेहतरीन प्रदर्शन के आधार पर कुल 130 अवॉर्ड दिए जाएंगे।
कई राज्यों और शहरों ने अपने निवासियों को स्वच्छ और पर्यावरण की दृष्टि से अनुकूल जल संसाधन उपलब्ध कराने की दिशा में अहम पहल की है। उनके कार्यों को सम्मानित करना जरूरी है।
इन कसौटियों में दिए जाएंगे पुरस्कार
मंत्रालय के अनुसार जिन कसौटियों में ये पुरस्कार दिए जाएंगे, उनमें सर्वश्रेष्ठ जलाशय, जल की गुणवत्ता, शहर में अधिकतम कवरेज, पानी का सबसे अच्छा फिर से इस्तेमाल, पर्यावरण हितैषी सर्वश्रेष्ठ पहल और अमृत 2.0 रोटेटिंग ट्राफी शामिल है।
कसौटियों में भी कई श्रेणियां होंगी
इन कसौटियों में भी कई श्रेणियां होंगी, जैसे पेयजल स्वर्ण, रजत और कांस्य अवॉर्ड। स्वर्ण स्वाभाविक रूप से शीर्ष प्रदर्शनकर्ता को मिलेगा, लेकिन शहरों को आबादी के लिहाज से अलग-अलग श्रेणी में रखा जाएगा। मसलन एक से दस लाख, दस से 40 लाख और 40 लाख से अधिक। इसी पुरस्कार समारोह में अमृत मित्र पहल की शुरुआत भी की जाएगी।