यूपी के छोटे जिलों में महंगी शराब के शौकीनों के लिए आबकारी विभाग अब नई व्यवस्था करने जा रहा है। इन शहरों के बड़े लोगों यानी महंगी शराब के शौकीनों के लिए शराब की अलग दुकानें होंगी। इन दुकानों पर स्कॉच, महंगी वाइन ही मिलेगी। रेगुलर यानी नियमित ब्रांड की शराब इन दुकानों पर नहीं होगी।
शराब के शौकीनों का अलग-अलग वर्ग है। इसमें एक वर्ग ऐसा है जो महंगी शराब का शौक रखता है और उन दुकानों पर नहीं जाना चाहता है, जहां से सभी प्रकार के शराब की बिक्री होती है। इस वर्ग की सुविधा का ख्याल रखते हुए पिछले कुछ सालों में आबकारी विभाग ने लखनऊ, गाजियाबाद, प्रयागराज जैसे बड़े जिलों में प्रीमियम शॉप खोली। इन दुकानों पर रेगुलर से ऊपर के ब्रांड यानी 500 रुपये पव्वे से अधिक वाली शराब ही रखी गई। विभाग का यह प्रयोग सफल रहा। इन दुकानों पर बिक्री बहुत अच्छी रही। इसे देखते हुए अब इस व्यवस्था को व्यापक स्तर पर बढ़ाने का निर्णय लिया गया है। प्रदेश के सभी 75 जिलों में दो-दो प्रीमियम शॉप खोली जाएगी। आबकारी विभाग के संयुक्त निदेशक सांख्यिकी जोगिंदर सिंह ने सभी जिलों में अलग दुकान खोले जाने की जानकारी देते हुए बताया कि इससे महंगी शराब के शौकीनों को सहूलियत तो होगी ही विभाग की आय में वृद्धि भी होगी।
क्या है उद्देश्य
इस नई व्यवस्था से एक खास वर्ग को जोड़ने का प्रयास किया जा रहा। प्रयागराज सहित जिन जिलों में प्रीमियम शराब की दुकानें खोली गई हैं। उन जिलों में शराब की दुकानों पर महिलाओं की पहुंच भी आसान रही। ऐसे में माना गया कि इन दुकानों के ग्राहक अलग आय वर्ग के हैं।
दो साल में कोटा से अधिक सेल
प्रयागराज में खुली प्रीमियम श़ॉप की बात करें तो दो साल में यहां शराब बिक्री के निर्धारित कोटे से अधिक बेची गई और कमाई भी ज्यादा हुई। इन दुकानों पर हाई क्वालिटी की शराब ही रहती है।