नई दिल्ली : कई राज्यों में इन दिनों रिकॉर्ड तोड़ बारिश हो रही है। मौसम विभाग (IMD) के मुताबिक आज से उत्तर-पश्चिम भारत के कुछ हिस्सों से दक्षिण-पश्चिमी मानसून की वापसी की शुरुआत होगी इसके लिए परिस्थितियां अनुकूल बनी हुई हैं। राष्ट्रीय मौसम पूर्वानुमान केंद्र के वरिष्ठ अधिकारी आर के जेनामणि के मुताबिक 1960 के बाद से दक्षिण-पश्चिमी मानसून दूसरी बार सबसे देरी से वापस जा रहा है। इससे पहले 2019 में मानसून की वापसी नौ अक्टूबर को शुरू हुई थी। मानसून की वापसी आमतौर पर 17 सितंबर से शुरू हो जाती है।
कई राज्यों में भारी बारिश की भी संभावना जताई जा रही है। तमिलनाडु तट के पास दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। एक निम्न दबाव की रेखा इस कम दबाव के क्षेत्र से पूर्वी झारखंड में उत्तरी उड़ीसा तक फैली हुई है। इसके प्रभाव से देश के कई राज्यों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है।
मौसम विभाग के मुताबिक उत्तर भारत के कुछ राज्यों में सात अक्तूबर तक भारी बारिश की आशंका जताई है। आईएमडी के मुताबिक सात अक्टूबर तक यूपी के कई जिलों में भारी बारिश और कई जिलों में हल्की व मध्यम बारिश की संभावना बनी रहेगी। कम दबाव के चलते ऐसा देखने को मिलेगा।
मौसम विभाग के मुताबिक महाराष्ट्र, गोवा, केरल, कर्नाटक, तमिलनाडु अगले 5 दिन तक भारी बारिश की संभावना है। मौसम विभाग के ताजा पुर्वानुमान के मुताबिक तमिलनाडु, केरल, कर्नाटक में 4-6 अक्टूबर तक भारी बारिश होगी। वहीं गोवा, दक्षिण कोंकण और दक्षिण मध्य महाराष्ट्र में 4 से 8 अक्टूबर तक भारी बारिश की संभावना है।
स्काईमेट वेदर की मानें तो 6 अक्टूबर से मानसून की वापसी के लिए स्थितियां अनुकूल होती जा रही हैं। स्काईमेट वेदर के मुताबिक अगले 24 घंटों के दौरान, असम, मेघालय, नागालैंड, तमिलनाडु, केरल, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के कुछ हिस्सों और लक्षद्वीप के अलग-अलग हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कहीं कहीं भारी बारिश हो सकती है।