एजेंसी/ कोलकाता : मेघालय में भी इन दिनों राजनीतिक हालात में बदलाव का दौर है। दरअसल कांग्रेस के विधायक यहां पर भी अलग – थलग हो गए हैं। एक तरह से कांग्रेस में बिखराव का दौर है। ये विधायक सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस में शामिल होने जा रहे हैं। बर्मन के विधायक पुत्र सुदीप बर्मन भी इन विधायकों में शामिल हैं। तृणमूल कांग्रेस हेतु राज्य में प्रमुख विपक्षी दल बनाने का रास्ता स्पष्ट हो गया है। वर्तमान में त्रिपुरा में लेफ्ट फ्रंट की सरकार है इसका नेतृत्व माणिक सरकार द्वारा किया जा रहा है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से ये विधायक जल्द ही भेंट करेंगे।
इसके लिए तृणमूल कांग्रेस की ओर करीब 6 विधायक कांग्रेस से टूट कर जा सकते हैं। ये कांग्रेस हाईकमान से भी इस मामले में चर्चा कर सकते हैं। दरअसल माणिक सरकार के नेतृत्व वाली राज्य सरकार के पास करीब 60 सदस्यों की विधानसभा में 50 सीटें उपलब्ध हैं। ये 10 सीटों के साथ कांग्रेस मुख्य विपक्षी दल है। सुदीप द्वारा कहा गया कि कांग्रेस पश्चिम बंगाल में सीपीएम के ही साथ गठबंधन कर अपनी साख को खो रहे हैं।
त्रिपुरा में वर्ष 2018 में विधानसभा के चुनाव आयोजित होने हैं। ऐसे में तृणमूल कांग्रेस का प्रमुख विपक्षी दल होना राज्य की माणिक सरकार के लिए एक चिंता की बात है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी हेतु इसे सुनहरा मौका कहा जा सकता है। त्रिपुरा में बड़ी संख्या में बंगाली समुदाय के लोग निवास करते हैं। इसकी संख्या करीब 67 प्रतिशत बताई गई है।