बाइडन प्रशासन ने सोमवार को कहा कि भारत और अमेरिका की यादों में 2008 के मुंबई में आतंकवादियों द्वारा किए गए क्रूर हमले की यादें अब भी ताजा हैं। विदेश विभाग के प्रवक्ता नेड प्राइस ने प्रेस वार्ता में ये बात कही।
मुंबई में साल 2008 में हुए आतंकी हमले को 14 साल बीत गए हैं, लेकिन इस हमले के जख्म आज भी ताजा हैं। इस बीच अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता नेड प्राइस ने मुंबई हमले पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि 2008 में मुंबई में हुए आतंकवादी हमलों की यादें आज भी ताजा हैं। वे यहां और भारत में अभी भी जीवंत हैं।
हमले की भयावह तस्वीर को नहीं भूल पाए’
अमेरिका के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नेड प्राइस ने कहा कि हम उस दिन की भयावह तस्वीर और होटल पर हुए हमले को याद करते हैं, यही कारण है कि हमने इसके दोषियों के लिए जवाबदेही पर जोर दिया है, न केवल व्यक्तिगत ऑपरेटर्स के खिलाफ बल्कि इसके पीछे मौजूद आतंकवादी समूहों ने भी इसे व्यवस्थित करने में मदद की है।
मुंबई आतंकी हमले में मारे गए थे 166 लोग
बता दें कि मुंबई में साल 2008 में हुए आतंकी हमले में 166 लोग मारे गए थे और 300 से अधिक घायल हो गए थे। पाकिस्तान से आए 10 बंदूकधारी आतंकियों ने 26 नवंबर 2008 को मुंबई के कई जगहों पर हमले को अंजाम दिया था। इनमें मुंबई का प्रसिद्ध ताज होटल भी शामिल था।
नौ आतंकियों को सुरक्षा बलों ने मार गिराया था
हालांकि, भारतीय सुरक्षा बलों ने नौ पाकिस्तानी आतंकवादियों को मार गिराया था। अजमल कसाब इकलौता आतंकी था, जिसे जिंदा पकड़ा गया था। चार साल बाद 21 नवंबर 2012 को उसे फांसी दे दी गई थी।