एक छोटी सी स्टेशनरी की दुकान का मालिक और एक पैर से विकलांग विमल ने एक अनोखा कारनामा कर दिखाया है। किसी ने सही ही कहा है कि यदि ईमानदारी से कोई भी कार्य करो तो सफलता जरूर मिलती है। ऐसा ही एक मामला इलाहाबाद के निवासी विमल किशोंर का है जो कि एक पैर से विकलांग हैं। इन्होंने दो सीटर कार बनाई है। जिसे देख लोग आश्चर्यचकित हो जाते है। इस कार को स्कूटी पर डिजाइन किया गया है। इसमें आसानी से दो लोग सफर भी कर सकते है।
कार की खासियत
यह कार स्कूट पर निर्मित की गई।
दो लोग सफर कर सकते है।
म्यूजिक सिस्टम और हूटर भी लगा है।
बैटरी से यह कार को संचालित किया जाता है।
बैटरी सौलर सिस्टम से चार्ज की जा सकती है।
लागत मात्र 90 हजार रू।
विमल किशोंर-
विमल ने बताया कि यह कार मैंने विकलांग और बुजुर्गों को ध्यान में रखकर बनाई है। इसे मात्र तीन माह में मैने बना कर तैयार कर सड़को पर दोड़ना शुरू कर दिया था। और इसमें मेरे केवल 90 हजार रू की लागत आई है। और इसका नाम ‘लैलो’ रखा है। इतना ही नही विमल जब इस कार से सड़कों पर लेकर निकलते है। तो लोग देखकर दंग रह जाते है। और सभी लोंग विमल की बहादुरी को दाग देते है।