वेदांता और फॉक्सकॉन के सेमीकंडक्टर तैयार करने संयुक्त प्रोजेक्ट के महाराष्ट्र की बजाया गुजरात चलाने पर सूबे में सियासत तेज है। विपक्षाी दलों की ओर से इसे लेकर एकनाथ शिंदे सरकार पर निशाना साधा जा रहा है। वहीं शिंदे सरकार ने इसे लेकर उद्धव ठाकरे पर ही हमला बोला है। एकनाथ शिंदे गुट ने कहा कि उद्धव सरकार के कार्यकाल में इस प्रोजेक्ट को लेकर तेजी और उत्साह नहीं दिखाया गया। इसी के चलते यह महाराष्ट्र से छिन गया और गुजरात चला गया। अब शिवसेना के नेता आदित्य ठाकरे ने नया दावा करते हुए शिंदे सरकार पर अटैक किया है।
आदित्य ठाकरे का दावा है कि महाराष्ट्र में लगने वाला 3,000 करोड़ रुपये का दवा प्रोजेक्ट भी छिन गया है और इसे भी गुजरात ले जाया जा रहा है। आदित्य ठाकरे ने कहा कि इसका कारखाना रायगढ़ में लगना था और इससे 80,000 लोगों को नौकरी मिल सकती थी। पूर्व मंत्री ने कहा कि यह अवैध सरकार है। पहले तो यह शिवसेना के 40 विधायकों को गुजरात ले गई थी और अब इसने दो बड़े प्रोजेक्ट्स को भी महाराष्ट्र से गुजरात भेज दिया है। रायगढ़ में लगने वाला 3,000 करोड़ रुपये का दावा कारखाना भी गुजरात ले जाया जा रहा है। इस प्रोजेक्ट से महाराष्ट्र में 80 हजार नौकरियां निकल सकती थीं।
आदित्य ठाकरे ने एकनाथ शिंदे सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि यह तो खोखे से बनी सरकार है। इस सरकार ने जो प्रोजेक्ट्स महाराष्ट्र में आने थे, उन्हें छिन जाने दिया। लेकिन जिनकी जरूरत नहीं है, उन प्रोजेक्ट्स को महाराष्ट्र में लॉन्च किया जा रहा है। बता दें कि गुजरात में अहमदाबाद के पास 1.54 लाख करोड़ की लागत से सेमीकंडक्टर प्लांट लगाने की तैयारी है। इससे भारत सेमीकंडक्टर्स के मामले में आत्मनिर्भर बन सकेगा। इसके अलावा मोबाइल, कार जैसी चीजों के उत्पादन की लागत में भी कमी आ सकेगी। इसे कारोबारी रणनीति के लिहाज से भी अहम माना जा रहा है।