मुंबई: देश में कोरोना वायरस संकट के बीच बर्ड फ्लू ने दस्तक दी है और महाराष्ट्र के ठाणे जिले में स्थित एक पोल्ट्री फार्म में करीब 100 मुर्गियों की अचानक मौत से हड़कंप मच गया है. ठाणे के डीएम और कलेक्टर राजेश जे. नार्वेकर ने बताया कि बर्ड फ्लू के खतरे को देखते हुए मुर्गियों के नमूने पुणे की एक प्रयोगशाला में भेजे गए हैं. ठाणे जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) डॉ भाऊसाहेब डांगडे ने बताया है कि मुर्गियों की मौत एच5एन1 एवियन इन्फ्लूएंजा के कारण हुई थी.
खतरे को देखते हुए 25 हजार पक्षियों को मारा जाएगा
बर्ड फ्लू के खतरे को देखते हुए प्रशासन अलर्ट है और प्रभावित पोल्ट्री फार्म के एक किलोमीटर के दायरे में आने वाले करीब 25 हजार पक्षियों को मारा जाएगा. ठाणे के डीएम और कलेक्टर राजेश जे. नार्वेकर ने बताया, ‘ठाणे जिले के शाहपुर तहसील के वेहलोली गांव में एक पोल्ट्री फार्म में लगभग 100 मुर्गियों की अचानक मौत हो गई. बर्ड फ्लू के खतरे को देखते हुए उनके नमूने पुणे की एक प्रयोगशाला में भेजे गए हैं.’
उन्होंने बताया, ‘अगले कुछ दिनों में प्रभावित पोल्ट्री फार्म के एक किलोमीटर के दायरे में आने वाले करीब 25 हजार पक्षियों को मारा जाएगा. जिला पशुपालन विभाग को संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए उपाय करने का आदेश दिया गया है.
एच5एन1 एवियन इन्फ्लूएंजा से हुई मुर्गियों की मौत
ठाणे जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) डॉ भाऊसाहेब डांगडे ने कहा, ‘हाल में शाहपुर तहसील के वेह्रोली गांव के पोल्ट्री फार्म में लगभग 100 पक्षियों की मौत हो गई. उनके नमूने परीक्षण के लिए पुणे स्थित एक प्रयोगशाला में भेजे गए और परिणामों में पुष्टि हुई कि उनकी मौत एच5एन1 एवियन इन्फ्लूएंजा के कारण हुई थी.
संक्रमण रोकने के लिए उठाए जाएंगे कड़े कदम
डॉ भाऊसाहेब डांगडे ने कहा कि जिले का पशुपालन विभाग अन्य पक्षियों में संक्रमण को फैलने से रोकने के उपाय करेगा.उन्होंने कहा कि केंद्रीय मत्स्य पालन और पशुपालन मंत्रालय को यहां बर्ड फ्लू के मामलों के बारे में सूचित कर दिया गया है.