उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में अगले वर्ष जनवरी में आयोजित होने वाले महाकुम्भ में केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय आजादी दिलाने वाले महान क्रांतिकारियों से जुड़ी प्रदर्शनी का आयोजन करेगा, जिसमें चंद्रशेखर आजाद की पिस्तौल ‘बमतुल बुखारा’ की प्रतिकृति भी प्रदर्शित की जाएगी। मेला प्राधिकरण के अधिकारियों के मुताबिक, इलाहाबाद संग्रहालय में मौजूद तमाम प्राचीन हथियारों की प्रतिकृतियां भी इस प्रदर्शनी में प्रदर्शित की जाएंगी, जिसे देश विदेश से महाकुम्भ मेले में आने वाले श्रद्धालु देख सकेंगे।
महाकुम्भ में नजर आएगी चंद्रशेखर आजाद की पिस्तौल ‘बमतुल बुखारा’
इलाहाबाद संग्रहालय के डिप्टी क्यूरेटर डॉ. राजेश मिश्रा ने बताया कि इस प्रदर्शनी के माध्यम से लोग देश के महान क्रांतिवीरों के जीवन से परिचित होंगे और साथ ही उन्हें आजादी के लिए संघर्ष करने वाले वीरों की कई अनकही कहानियां भी जानने का मौका मिलेगा। मिश्रा के अनुसार, “चंद्रशेखर आजाद की पिस्तौल ‘बमतुल बुखारा’ की खूबी थी कि इससे गोली चलने के बाद धुआं नहीं निकलता था। इसलिए अंग्रेजों को पता ही नहीं चल पाता था कि गोलियां किधर से आ रही हैं। यह कोल्ट कंपनी की .32 बोर की हैमरलेस अर्ध स्वचालित पिस्तौल है और इसमें एक बार में 8 गोलियां डाली जा सकती थी। आजाद की इस पिस्तौल को इलाहाबाद राष्ट्रीय संग्रहालय की आजाद गैलरी में रखा गया है।