मणिपुर में हिंसा थमने के बाद अब हालात सामान्य होने लगे हैं। इसके चलते अब वाहनों की आवाजाही भी शुरू हो गई है और सीआरपीएफ की सुरक्षा में जरूरी सामानों से भरे ट्रकों को अलग-अलग स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है।
मणिपुर में कई दिनों तक चली हिंसा के बाद अब हालात सामान्य होने लगे हैं। हिंसा के चलते जरूरी चीजों की आपूर्ति करने वाले ट्रकों को सीमा के बाहर ही रुकना पड़ रहा था, जिससे लोगों के पास जरूरत का समान तक नहीं पहुंच पा रहा था। अब हालात सुधरने के बाद लोगों के पास खाद्य सामग्री पहुंचना शुरू हो गई है।
वाहनों की आवाजाही शुरू
मणिपुर में हालात सुधरने के बाद 16 और 17 मई को लगभग 100 वाहनों को स्थानांतरित किया गया। सुरक्षा बल सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए प्रतिबद्धता से लगी हुई है और NH 37 पर वाहनों की आवाजाही की शुरुआत मणिपुर में सामान्य स्थिति की ओर ले जा रही है।
CRPF के संरक्षण में पहुंच रहे ट्रक
लोगों को राहत देने के लिए सेना ने भी अब मोर्चा संभाल लिया है। इसके लिए सीआरपीएफ और मणिपुर पुलिस के संरक्षण में 15 मई को ट्रक, ईंधन टैंकर, चावल, चीनी, दाल और ईंधन ले जाने वाली जेसीबी सहित 28 वाहनों का एक काफिला नोनी से इंफाल तक पहुंचा है। काफिले को सुरक्षित मार्ग सुनिश्चित करने के लिए असम राइफल्स द्वारा क्षेत्र को खाली कराया गया और इसके अलावा ड्रोन के जरिए भी निगरानी सुनिश्चित की गई।
ट्रांसपोर्टर्स में थी भय की स्थिति
मणिपुर में रोड ब्लॉक होने और ट्रांसपोर्टरों के बीच भय के कारण लोगों तक खाने-पीने की चीजें तक नहीं पहुंच रही थी। इसी को देखते हुए, राज्य में आवश्यक आपूर्ति की चीजों में कमी आ रही थी और हालात गंभीर होते जा रहे थे। इसी को देखते हुए सेना और असम राइफल्स ने इम्फाल तक आवश्यक सामान ले जाने वाले वाहनों को सुरक्षा प्रदान की।