New Delhi: 1 अगस्त को पीपल्प लिबरेशन आर्मी की स्थापना को 90 साल पूरे हो रहे हैं। डोकलाम तनाव के बीच चीनी सेना ने इस मौके पर रविवार को जमकर शक्ति प्रदर्शन किया।अभी-अभी: अयोध्या में राम मंदिर के मुद्दे पर, अमित शाह ने खुलकर बोली ये 10 बड़ी बातें…सुनकर
शिन्हुआ न्यूज के मुताबिक झुरिहे मिलिट्री बेस पर एक बड़ी मिलिट्री परेड भी निकाली गई। इस परेड के दौरान चीन ने अपनी ताकत दिखाने के लिए कंवेंशनल मिसाइल, न्यूक्लियर मिसाइल और इसके अलावा कंवेंशनल और न्यूक्लियर दोनों ही हमलों की मिसाइल का प्रदर्शन किया।
गौरतलब है कि डोकलाम विवाद के बीच 26 न्यूक्लियर मिसाइल का प्रदर्शन किया, जिसे विशेषज्ञ भारत के लिए चिंता का विषय बता रहे हैं तो वहीँ दूसरी ओर भारत, रूस और इजराइल के बीच कई नई मिसाइल को लेकर संधि हुई है जो इस साल के अंत तक भारत के पास होंगी।
भारत की बढ़ती शक्ति को देखकर यह बोला जा सकता है कि भारत के सामने ये न्यूक्लियर मिसाइल कुछ भी नहीं हैं। इतना ही नहीं अमेरिका भी चीन को अपनी नीयत पर लगाम लगाने की नसीहत दे चुका है।
हेलिकॉप्टर से बनाया ’90’ इस परेड में सभी वाहनों पर तीन झंड लगे हुए हुए थे, जो कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना के थे। राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने खुद ही एक खुले छत वाली जीप से सैन्य शक्ति का मुआयना किया। परेड के दौरान पीपल्प लिबरेशन आर्मी की स्थापना को 90 साल पूरे होने को दिखाते हुए हेलिकॉप्टर से आसमान में 90 अंक का भी प्रदर्शन किया गया। देखिए वीडियो में, कैसे किया ये।
‘जंग के लिए तैयार रहो’ इस कार्यक्रम में मौजूद चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने चीनी सेना से युद्ध के लिए तैयार रहने के लिए कहा है। शिन्हुआ न्यूज एजेंसी के मुताबिक ऐसा पहली बार हुआ है जब खुद राष्ट्रपति जिनपिंग ने सेना की वर्दी पहनकर सैन्य टुकड़ियों का मुआयना किया है।
1 अगस्त को आर्मी डे मनाया जाना है और उससे पहले इस तरह की परेड होना 1949 के कम्युनिस्ट आंदोलन के बाद पहली बार ऐसा हुआ माना जा रहा है। चीन के पास दुनिया की सबसे बड़ी पैदल सेना है और अब चीन पैदल सेना की संख्या घटाकर तकनीकी विकास पर जोर दे रहा है।
भारत-चीन आमने-सामने वहीं दूसरी ओर, डोकलाम सीमा पर लगभग दो महीने से भारत और चीन की सेनाएं आमने सामने हैं। चीनी मीडिया और अधिकारियों की तरफ से बार-बार युद्ध की धमकियां मिलने के बीच चीनी सेना का शक्ति प्रदर्शन कई सवाल खड़े करता है।
सैनिकों को संबोधित करते हुए जिनपिंग ने कहा- पीपल्प लिबरेशन आर्मी को जंग की तैयारियों को ही एक मात्र पैमाना बनाना चाहिए। फोकस हमेशा जंग की तैयारियों पर होना चाहिए। वह ऐसी सेना चाहते हैं जो जंग के लिए हमेशा तैयार रहे और हमेशा जीत हासिल करे।