किसानों की महापंचायत को सम्बोधित करने प्रयागराज पहुंचे भारतीय किसान यूनियन टिकैत गुट के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत बीजेपी सरकार पर जमकर बरसे। उन्होंने कहा कि भारत सरकार विशेष प्रकार के सरसों के तेल की इजाजत दे रही है। इसके दो प्लांट उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर और राजस्थान के भरतपुर में प्लांट लगाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह जहरीला सरसों है। हमारी सरकार जल्द ही विदेश से सरसों लाने के लिए व्यवस्था बनाएगी। सरकार को देश के वैज्ञानिकों को बड़े शोध का बजट देना चाहिए लेकिन सरकार ऐसा नहीं कर रही है।
टिकैत ने कहा कि देश में सीड बिल लाया जा रहा है। अब बीज पर इतनी बेईमानी होगी कि जल्द ही सीड पुलिस स्टेशन खुलेंगे। किसान नेता ने सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि अगर देश डिजिटल हो रहा है तो किसानों को भी डिजिटल कर दें। जिससे उन्हें धान बेचने पर घर आते ही पैसा मिल जाए। टिकैत ने प्रयागराज की तरह अब पूर्वांचल में अगले 10 दिन महापंचायत लगाने की बात कही। उन्होंने कहा कि यहां पर भी किसानों को जागरूक होने की जरूरत है। ऐसे में अब अगले 10 दिन वो पूर्वांचल के तमाम जिलों में रहेंगे।
रोड शो में जुटी भीड़
रविवार को पुरामुफ्ती से झलवा चौराहे तक चुनावी जुलूस जैसा माहौल रहा। किसानों की महापंचायत को सम्बोधित करने आए भारतीय किसान यूनियन टिकैत गुट के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत के रोड शो में खूब भीड़ जुटी। दोपहर एक बजे टिकैत दिल्ली की फ्लाइट से प्रयागराज आए। लगभग दो बजे पुरामुफ्ती से गाड़ियों का काफिला झलवा स्थित कार्यक्रम स्थल के लिए चला। आगे एक वाहन की छत पर सवार राकेश टिकैत को देखकर समर्थकों ने खूब नारेबाजी की। आगे आगे समर्थक ढोल नगाड़े बजाते चल रहे थे तो सड़क के दोनों किनारों पर समर्थकों ने फूलों की बारिश कर किसान नेता का स्वागत किया।
काफिला धीरे-धीरे चलता रहा। पीछे वाहनों का बड़ा काफिला था। जिसमें अन्य नेता सवार थे। यातायात पुलिस ने पूरा रास्ता ब्लॉक कर दिया। काफिला जैसे ही धूमनगंज थाने के पास पहुंचा सड़क पर खड़े समर्थकों ने राकेश टिकैत को माला फूलों से लाद दिया। इसके बाद एनसीआर रेलवे मुख्यालय के गेट के सामने से काफिला कार्यक्रम स्थल तक पहुंचा। कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे
किसान ट्रैक्टर-ट्राली नहीं तो क्या चलाएगा
राष्ट्रीय महासचिव राजबीर सिंह जादौन ने कहा कि सरकार किसान के ट्रैक्टर ट्राली पर रोक लगाती है। किसान ट्रैक्टर ट्राली नहीं चलाएगा तो क्या चलाएगा। खेत में कंटीले तारों को रोकने के लिए कहा है। राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बलराम सिंह लम्बरदार ने कहा कि किसानों के बच्चे न पढ़ सकें सरकार यही लक्ष्य है। यह किसानों के बच्चों को कटोरा शिक्षा दे रही है यानी मिड डे मील। किसानों की मजदूरी 60 रुपये मानी जाती है। इस दौरान भाकियू यूथ विंग के प्रदेश अध्यक्ष अनुज सिंह ने भी सरकार को आड़े हाथों लिया।