जिले के कद्दावर नेता एवं पूर्व मंत्री उदय नारायण राय उर्फ भोला राय ने बुधवार को राजद (राष्ट्रीय जनता दल) इस्तीफा दे दिया। बड़ी बात ये है कि भोला राय के साथ ही राजद छोड़ने वालों में पूर्व जिलाध्यक्ष पंछी लाल राय सहित उनकी कमेटी के दर्जनों पदाधिकारी और अनेक प्रमुख, मुखिया भी शामिल हैं।
तेजस्वी ने नहीं दिया राघोपुर पर ध्यान
इस दौरान भोला राय ने आरोप लगाया कि राघोपुर से चुनाव जीतने के बाद तेजस्वी यादव ने राघोपुर पर ध्यान नहीं दिया। यहां तक कि राघोपुर के लोगों से तेजस्वी मुलाकात तक नहीं करते थे। उनका दरवाजा राघोपुर के लोगों के लिए नहीं खुलता था। उनका कहना था कि राघोपुर में उन्होंने लालू प्रसाद, राबड़ी देवी और फिर तेजस्वी यादव को मदद की, लेकिन जब उनकी बारी तो मिलने तक से इनकार कर दिया।
एमएलसी बनाने की उठाई थी मांग
उदय नारायण राय उर्फ भोला राय ने कहा कि राजद में रहना उनके स्वाभिमान के खिलाफ हो गया था। हमने यह मांग की थी कि राघोपुर से किसी भी व्यक्ति को एमएलसी बना दीजिये, ताकि वह राघोपुर में रहकर यहां के लोगों के लिए काम कर सके। लेकिन यह भी नहीं हुआ। इस वजह से पार्टी छोड़ना ही उचित था।