एक मंदिर जहा सभी को एक ही तर्ज के आधार पर देखा जाता है. वहां पर वीआईपी के लिए अलग से कोई सुविधा नहीं सभी को एक ही रास्ते से मंदिर के अंदर जाना होता है. हम हैदराबाद के निकट उस्मान झील के नजदीक चिल्कुल बालाजी मंदिर की बात कर रहे है और वह प्रसिद्ध मंदिर है क्योकि इस मंदिर की आयु 5000 साल है. इस मंदिर में न कोई चढ़ावा चढ़ाया जाता है ना ही इस मंदिर के प्रांगण में आपको कोई दान पैंटी नजर नहीं आएगी .
आज के समय में धर्म को एक धंधा बना लिया गया है आप किसी भी मंदिर में जाओगे तो आपको दान पैंटी मिलेगी. एवं वीआईपी के लिए अलग से सुविधा उपलब्ध कराई जाती है. लेकिन आपको इस मंदिर में ऐसी कोई चीज़ नहीं मिलेगी .