लोकप्रिय गढ़वाली अभिनेत्री रीना रावत का बीते दिन निधन हो गया। रीना रावत ने महज 33 साल की उम्र में ही दुनिया को अलविदा कह दिया। रीना की मौत हार्टअटैक की वजह से हुई। रीना का दिल्ली के एक अस्पताल में इलाज चल रहा था जहां उन्होंने दम तोड़ा। रीना ने ‘पुष्पा छोरी पौड़ीखाल की..’ गीत से अभिनय की शुरुआत कर अपनी पहचान बनाई थी।

रीना मूल रूप से तिमली गांव खालस्यू पट्टी, पौड़ी की निवासी हैं। रीना परिवार के साथ दिल्ली में रहती थीं। रीना की शादी भी दिल्ली में ही हुई थी। उनका एक 14 वर्षीय बेटा भी है। रीना के निधन की खबर से पूरी गढ़वाली इंडस्ट्री शोक में डूबी हुई है। रीना की फिल्म फ्योंली ज्वान ह्वैगे के डायरेक्टर महेश प्रकाश और अभिनेता पन्नू गुसार्ईं ने उनके आकस्मिक निधन पर शोक व्यक्त किया है।
33 वर्षीय अभिनेत्री के निधन से गढ़वाली फिल्म इंडस्ट्री में शोक की लहर दौड़ गई है। रीना रावत ने अपने छोटे से करियर में ही उत्तराखंड के कई दिग्गज कलाकारों के साथ काम किया है। पन्नू गुंसाई, जयपाल नेगी, गीता उनियाल आदि कई ऐसे नाम हैं जिनके साथ रीना ने काम किया है। रीना ने लोक कला एवं संस्कृति के संरक्षण में अहम भूमिका निभाई है।
रीना ने ‘पुष्पा छोरी पौड़ीखाल की..’ के अलावा फ्योंली ज्वान ह्वैगे.., भग्यान बेटी.., मायाजाल आदि गढ़वाली फिल्मों में भी काम किया है। रीना ने सबसे पहले अपनी पहचान 1996 में स्टेज परफॉर्मर के रूप में बनाई थी। इसके बाद धीरे-धीरे वो अपने करियर में आगे बढ़ती गईं। साल 2010 से उन्होंने अपनी फिल्मी करियर की शुरुआत की। तब से लेकर अब तक उन्होंने 15 फिल्म और 60 से ज्यादा एलबम में काम किया था।